कृषि मंत्री का विवादित बयान, आत्महत्या करने वाले किसान है कायर, डरपोक….. सियासी गलियारों में मची खलबली
बेंगलुरु – कृषि कानून के खिलाफ बीते करीब 8 दिनों से किसानों का आंदोलन केंद्र सरकार के प्रति जारी हैं। केंद्र किसी तरफ इन किसानों को मानाने का प्रयास का रही हैं। गुरुवार को एक बार फिर किसान नेताओं और सरकार के बीच लंबी बातचीत हुई। किसानों के 40 प्रतिनिधियों की सरकार के साथ साढ़े सात घंटे की मैराथन बैठक चली लेकिन इस बातचीत में किसी भी विवादित सवाल पर बात नहीं बनी।
वहीं, इन सबके बीच कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने किसानों पर विवादित बयान देकर सियासी गलियारों में खलबली मचा दी हैं।
दरअसल, कृषि मंत्री बीसी पाटिल कोडागु जिले के पोनमपेट में किसानों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने किसानों को लेकर विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने वाले किसान कायर हैं। केवल वह डरपोक ही आत्महत्या करते हैं, जो अपनी पत्नी एवं बच्चों की देख-रेख नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब हम पानी में गिरे हैं तो तैरना होगा और जीतना होगा। कायरों को इस बात का एहसास नहीं कि कृषि का बिजनेस लाभदायक है मगर अपनी जान ले लेते हैं।
अपनी बात के समर्थन में, पाटिल ने एक महिला का उदाहरण दिया जिसने सोने की चूड़ियां पहन रखी थीं। मंत्री ने कहा, 'जब मैने इस बात की जानकारी ली कि उनके हाथों में सोने की चूड़ियां कहां से आयी हैं, आप जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा? उन्होंने कहा कि इस धरती मां ने मुझे 35 साल की मेहनत के लिए यह दिया हैं। पाटिल ने पूछा, 'यह सब सुनकर आपको प्रसन्नता नहीं होती है.' उन्होंने कहा कि जब एक महिला पूरी तरह कृषि पर निर्भर है और सफलता प्राप्त करती है तो दूसरे किसान ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं।