देवास : नहीं थम रहीं रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी, पुलिस ने नर्सों को 27 हज़ार रुपए में बेचते हुए पकड़ा

मध्यप्रदेश/देवास – कोरोना से लड़ाई लड़ने वालेे और जीवनरक्षक माने जाने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं।
प्रदेश के कई जिलों से लगातार इसके ब्लैक करने की खबरे सामने आ रहीं हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि खुद अस्पताल में काम करने वाले लोग ही इसको ब्लैक में बेच रहे हैं। मामला देवास जिले से सामने आया हैं। जहां पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया हैं।
बताया जा रहा है कि देवास में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी की चर्चा कई दिनों से हो रही थी, जिसके चलते SP द्वारा एक पुलिस टीम का गठन किया गया। सीएसपी विवेक सिंह और डीएसपी किरण शर्मा के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना प्रभारी उमराव सिंह और उनकी टीम ने प्राइम हास्पीटल देवास की फीमेल नर्स और मेल नर्स के द्वारा रेमडेसिवीर इंजेक्शन 27000 रूपए में बेचते रंगे हाथो पकड़ा। वहीं, उनके पास से 3 रेमडेसिवीर इंजेक्शन बरामद हुए हैं।
रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी में और भी लोगों के शामिल होने की जानकारी पुलिस को हाथ लगी हैं। आरोपियों के द्वारा रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी कहां से की जा रही है इसके संबंध में आरोपीगणों से सख्ती से पूछताछ की जा रही हैं।
इधर, नर्स के द्वारा पूछताछ में बताया गया कि फायदा मेडिकल स्टोर के रूद्र तिवारी को 5 दिन पूर्व 2 इजेक्शन 22 हजार एवं 25 हजार में बेचे थे। वहीं, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई करने की बात भी कही हैं।