दमोह : दूसरों को जीवन देने वाला खुद -हार गया कोरोना से जंग, कोरोना योद्धा डॉ उपाध्याय का निधन
दूसरों को जीवन देने वाला खुद -हार गया कोरोना से जंग,
कोरोना योद्धा डॉ उपाध्याय का निधन
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट : – कोविड-19 के मरीजों का उपचार करते हुए कोरोना पॉजिटिव हुए बीएमसी के डॉक्टर शुभम उपाध्याय का आज दु:खद निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही सागर दमोह तथा आसपास के जिलों एवं चिकित्सा व्यवसाय से जुड़े लोगों में शोक की लहर फैल गई उनका अप्रत्याशित रूप से दुनिया से चले जाना लोगों को गमगीन कर गया।
गौरतलब है कि सागर जिले के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉ शुभम उपाध्याय पिछले 5 महीने से लगातार कोरोना पीड़ित मरीजों के उपचार में लगे हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपने सभी निजी कार्यों को तिलांजलि देते हुए मरीजों की सेवा को ही अपना धर्म बना लिया था। लेकिन कुछ दिन पूर्व ही उनकी तबीयत खराब हो गई । जिसके बाद उनकी जांच की गई जिसमें कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया। शुरुआती दौर में उनका इलाज सागर स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में चला लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां संक्रमण होने के कारण फेफड़ों ने 90 प्रतिशत काम करना बंद कर दिया था और वह वेंटिलेटर थे। डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट से यह बात सामने आई कि डॉक्टर शुभम उपाध्याय की फेफड़ों का ट्रांसप्लांट किया जाना है। तभी उनका जीवन बचना संभव हो पाएगा। जिसमें करीब 70 से 80 लाख रुपए खर्च होगा। लेकिन परिवार के पास इतनी लंबी रकम नहीं थी । मध्य प्रदेश चिकित्सा संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ देवेंद्र गोस्वामी ने शुभम उपाध्याय के उपचार के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी से मदद की गुहार लगाई तथा सोशल मीडिया पर उनके उपचार की जंग छेड़ी तो आमजन ने उनके उपचार के लिए चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया। इसी दौरान रहली क्षेत्र से विधायक एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पंडित गोपाल भार्गव ने टि्वटर पर इस आशय की जानकारी दी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की। तब मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 80 लाख रुपए की राशि डॉ उपाध्याय के उपचार के लिए स्वीकृत की तथा उन्हें चेन्नई की एमजीएम या अपोलो हॉस्पिटल भेजने के लिए एअरलिफ्ट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। लेकिन खराब मौसम की वजह से 27 नवंबर के पूर्व डॉ शुभम उपाध्याय को चेन्नई एयर लिफ्ट किया जाना संभव नहीं हो पा रहा था। इसी दौरान उनकी तबीयत और अधिक बिगड़ गई तथा आज दोपहर उनका चिरायु अस्पताल में दु:खद निधन हो गया
कौन थे डॉ उपाध्याय : –
डॉ शुभम उपाध्याय सागर जिले के एक छोटे से कस्बे केसली के निकट ग्राम समनापुर के रहने वाले थे। उनकी पिता एक साधारण किसान तथा की असली स्वास्थ्य केंद्र में ही पदस्थ हैं।डॉ उपाध्याय की परिवार में माता-पिता के अलावा 23 वर्षीय एक छोटा भाई और है। जबकि डॉ उपाध्याय स्वयं उम्र मात्र 26 वर्ष के थे। वह बहुत मेहनत से पढ़ाई करने के बाद इस मुकाम पर पहुंची थे तथा कुछ समय पूर्व ही उनकी बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति हुई थी। मरीजों की सेवा करने का जुनून उनके सर चढ़कर बोलता था। कोरोना मरीजों का उपचार करने का बीड़ा उन्होंने उठाया था तथा वह प्रतिदिन पूरे समय मरीजों की देखभाल में लगे रहते थे।