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पुरे प्रदेश में "Lockdown" लगाने के बाद "दमोह" में बदला "मामा" का मूड, कहा घरों से बाहर निकल जाओ, BJP को जीताओं 

मध्यप्रदेश/दमोह/खाईद जौहर – मध्यप्रदेश इस समय कोरोना की चपेट में आ चूका हैं। प्रदेश में लगातार संक्रमण तेज़ी के साथ फैल रहा हैं। जिसको रोकने के लिए शिवराज सरकार ने शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक यानी 60 घंटे के लिए सभी शहरों में लॉकडाउन लगा दिया हैं। जबकि, प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में 8 अप्रैल से अगले आदेश तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया हैं। वहीं, शनिवार-रविवार टोटल लॉकडाउन रहेगा। 

लेकिन खास बात ये है कि मध्यप्रदेश के दमोह जिले को इस लॉक डाउन से मुक्त रखा गया हैं। जिसको लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, यहां उपचुनाव होना हैं। जिसको लेकर सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष लगातार प्रचार-प्रसार में जुटा हुआ हैं। 

शुक्रवार को सीएम शिवराज खुद दमोह पहुंचे जहां उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार राहुल लोधी के पक्ष में प्रचार किया। इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि राहुल लोधी जी ने क्षेत्र के विकास के लिए और बीजेपी के लिए अपने पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने सरकार को मजबूत करने के लिए अपना पद छोड़ा, बूथ पर बैठे हर एक कार्यकर्ता का यह फ़र्ज़ है कि वे राहुल लोधी जी को जिताएँ। 

अगर हमने बूथ जीता, तो समझो चुनाव जीता। कांग्रेस के नेतृत्व में कभी दमोह का विकास नहीं हो सकता। जनता का कल्याण और इस क्षेत्र का विकास केवल बीजेपी के नेतृत्व में हो सकता हैं। उन्होंने कहा कि प्यार से यदि मनाया जाए तो पत्थर भी पिघल जाता हैं। सभी कार्यकर्ता बाहर निकलें, अधिक से अधिक लोगों को बीजेपी के जीतने के लाभ बताएँ। उन्हें भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए अनुरोध करें।

सीएम शिवराज यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में अब केवल आठ दिन बचे हैं। पूरी ताकत बीजेपी को जिताने में लगा दो। घरों से बाहर निकल जाओ, यह चुनाव आपको ही लड़ना हैं। जिस बूथ पर भाजपा सबसे अधिक वोट से जीतेगी, वहाँ सबसे पहले मैं आऊंगा। 

बता दे कि दमोह में कोरोना संक्रमण पर विधानसभा उपचुनाव भारी पड़ रहा हैं। यहां उपचुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने के 24 दिन बाद केस दोगुने हो गए हैं। रोजाना 25 से 30 संक्रमित हो रहे हैं। मौतों की संख्या 110 के करीब पहुंच गई है, जबकि सरकारी आंकड़ों में 94 ही दर्ज हैं। हालात यह है कि 94 ही मान लिया जाए, तो दमोह मध्यप्रदेश में मौतों के मामले में नौवें नंबर पर हैं। उससे ऊपर सिर्फ इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, रतलाम, खरगोन ही हैं। इन सभी शहरों में संक्रमण बढ़ने से लॉकडाउन है, लेकिन इलेक्शन को ज्यादा जरूरी मानकर दमोह को लॉकडाउन के दायरे से बाहर कर दिया गया हैं। सभाओं में भीड़ उमड़ रही हैं। कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा हैं।

 

वहीं, जब दमोह में लॉकडाउन लगाने को लेकर सीएम शिवराज से सवाल किया गया तो इस पर वो जवाब देने से बचते हुए नज़र आए। उन्होंने कहा की ये हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं है, चुनाव आयोग तय करेगा क्या करना हैं। अब सवाल ये उठ रहा है कि जब पुरे प्रदेश के शहरों में सीएम ने खुद लॉक डाउन लगाने का फैसला लिया है तो फिर दमोह में क्यों नहीं?? दमोह में सीएम शिवराज को अधिकार क्यों नहीं?? जबकि सीएम शिवराज पुरे प्रदेश के मुखिया हैं।

बहरहाल, प्रदेश में लॉकडाउन यानी कोरोना कर्फ्यू लागू हो चूका हैं। जो अब सोमवार सुबह 6 बजे खत्म होगा।

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