दो सगे भाईयों कि मौत के बाद, रायसेन में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगाया गया
रायसेन न्यूज़
अमित अग्रवाल की मृत्यु के बाद छोटे भाई सुमित अग्रवाल की भी मौत इलाज के दौरान मृतक हुए दो सगे भाइयों में से एक की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव। दूसरे मृतक भाई की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
दोनों सगे भाइयों को 22 अप्रैल और 23 अप्रैल को भोपाल रेफ़र किया गया था। इसके बाद से दोनों के तबियत में कोई सुधार नहीं आया। और एक के बाद दोनों भाईयों कि मौत हो गई। इसके बाद रायसेन में कोरोना मरीजो की संख्या 27 हो गई है।
चार छोटे-छोटे बच्चे
मृतक के परिवार में चार छोटे बच्चे हैं और सबसे छोटी नवजात बच्ची महज 12 दिन की है। पॉजिटिव आये मृतक की पत्नी को कोरोना संदिग्ध मानकर भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया जिसके बाद आज रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने शहर में अनिश्चित कालीन कर्फ्यू लगा दिया है। जिस रफ़्तार से और लापरवाही से कोरोना संदिग्धों और पॉजिटिव केसो की संख्या बाढ़ रही है उसने प्रशासनिक ओर स्वास्थ्य अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाना शुरू कर दिया है।
टिपिन सेंटर चलाता है परिवार
बड़े भाई रायसेन में टिपिन सेंटर चलते थे। लॉक डाउन के दौरान उनका पूरा परिवार खाना की व्यवस्था में लगा हुआ था। पुलिस वालों को टिफिन पहुंचाया जाता था. मौत से दो दिन पहले 22 अप्रैल तक अमित अग्रवाल शहर में ही था। जिला अस्पताल में उसका इलाज किया गया था. वह शहर में कुछ लोगों के संपर्क में भी आया था। उसके बाद छोटे भाई का भी जिला अस्पताल में इलाज किया गया. मृतक की पत्नी जिस बैंक में काम करती है, वहां के 6 कर्मचारियों को भी क्वारेंटाइन किया गया है।
बड़े भाई की मौत के बाद ही यह संभावनाएं जाहिर की जा रही थीं कि वो और सुमित कोरोना संक्रमित हैं। इसीलिए स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया था। अधिकारियों ने उनके पिता और परिवार के अन्य लगभग छह सदस्यों को क्वारेंटाइन नहीं किया था। अब सुमित की मौत के बाद शहर में कर्फ्यू लगाकर सक्रियता दिखा।
संवाददाता अमित दुबे कि रिपोर्ट