बड़ा राशन घोटाला:निवाड़ी जिले में 150 करोड़ का घोटाला,माफियाओं ने लूटा गरीबों का हक़
बड़ा राशन घोटाला:निवाड़ी जिले में 150 करोड़ का घोटाला,माफियाओं ने लूटा गरीबों का हक़
- निवाड़ी में बड़ा घोटाला
- गरीबों का गेहूं,चावल, शक्कर,केरोसिन और नमक तक माफियाओ ने लूटा
- घोटाले पर भाजपा विधायक अनिल जैन के मौन रहने पर उठ रहे सवाल
- जांच के लिए भाजपा कार्यकर्ता भेजेंगे मुख्यमंत्री को पत्र
- CM को पत्र भेजने का जिले भर में चलेगा गोपनीय अभियान
- उच्च स्तरीय जांच के लिए कलेक्टर ने लिखा प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन को पत्र
- जानकार सूत्रों के अनुसार पृथ्वीपुर विधानसभा उप चुनावों में हुआ घोटाले की रकम का उपयोग
- CM हेल्पलाइन 181 ने भी शिकायत को दबाया
भोपाल:- कोरोना संक्रमण काल अप्रैल,मई,जून 2021 जब लोग मौत से जूझ रहे थे ,एक एक रोटी के लिए लोग इधर उधर भाग रहे थे तभी निवाड़ी के राशन माफियाओं ने गरीबों का राशन लूट लिया ।
जिला प्रशासन ने यह बात माना कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वितरित किया जाने वाला राशन गायब हुआ है, कलेक्टर द्वारा कराई गई जांच में स्पष्ट उल्लेख है कि POS मशीन में खाद्यान्न वितरण दर्ज नहीं हुआ, कलेक्टर ने राशन माफियाओं पर NSA की कार्यवाही भी प्रस्तावित की थी । सरकारी रिकॉर्ड में उक्त राशन की कीमत 1 रुपए की दर से 33 करोड़ बताई गई है जबकि खुले बाजार में इसकी कीमत 150 करोड़ में बेचने का अनुमान है।
निवाड़ी कलेक्टर ने प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन को 3 पेज का एक पत्र लिखा था जिसमें इस बड़े घोटाले से जुड़े तथ्यों का उल्लेख है ।
निवाड़ी विधायक अनिल जैन और उनके पुत्र की गतिविधियों पर अब सवाल उठ रहे हैं. जिला कांग्रेस का आरोप है कि घोटाले की शिकायत जिले के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव को भी की गई थी, मंत्री के कार्यालय की भूमिका की भी जांच की मांग की गई है.
कलेक्टर निवाड़ी ने जनवरी 2022 को प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश शासन को उक्त घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराने के आदेश इसलिए करना पड़े क्योंकि राशन माफियाओं की पहुंच सरकार तक है । जांच रिपोर्ट में उल्लेख है कि 158 उचित मूल्य दुकानों में गेहूं 60326.24 क्विंटल चावल 31173. 31क्विंटल, मोटा अनाज 1343.28 क्विंटल, शक्कर 1015.326 क्विंटल, नमक 2123.358 क्विंटल, केरोसिन 66048 लीटर, अनियमितता पाई गई जिसका अनुमानित शासकीय मूल्य 32.05. 60660 रुपए है जिसकी खुले बाजार में लगभग 150 करोड़ कीमत बताई जा रही है, प्रशासन की जांच में आपत्तिजनक माना गया, मध्य प्रदेश सार्वजनिक वितरण प्रणाली 2015 का में स्पष्ट उल्लेख है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/ 7 के तहत दंडनीय अपराध है ।
इस बड़े राशन घोटाले में निवाड़ी भाजपा विधायक अनिल जैन की चुप्पी संदेह के घेरों में है वहीं इस राशन घोटाले से भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं में असंतोष पनप रहा है, कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार विधायक अनिल जैन से इस मामले को गंभीरता से उठाने की पहल की गई लेकिन विधायक ने इसे नजरअंदाज कर दिया…. इस बडे राशन घोटाले की जांच सीबीआई या अन्य बड़ी एजेंसी से कराने के लिए भाजपा कार्यकर्ता आंदोलन करने की तैयारी में है।