महाकाल मंदिर प्रशासन की गौशाला में गायों की मौत, पीसी शर्मा ने कहा गाय के नाम पर राजनीति और सेवा करने, दोनों में अंतर होता है, जो भाजपाई नहीं समझेंगे
महाकाल मंदिर प्रशासन की गौशाला में गायों की मौत, पीसी शर्मा ने कहा गाय के नाम पर राजनीति और सेवा करने, दोनों में अंतर होता है, जो भाजपाई नहीं समझेंगे
महाकाल की नगरी उज्जैन में मंदिर प्रशासन की गौशाला में करीब 1 दर्जन से ज्यादा गायों की मौत हो गई. मंदिर प्रशासन की लापरवाही इस दौरान उजागर हो रही है. जहां एक तरफ बाबा महाकाल की पूजा में गौशाला की इन्हीं गायों के दूध का इस्तेमाल किया जाता है, वही इन गायों को ही खाने के लाले पड़ गए. और इसका ही मुख्य कारण है कि एक दर्जन से भी ज्यादा गाय की मौत हो गई.
सूत्र बताते हैं कि गौशाला के प्रभारी अधिकारी प्रतीक द्विवेदी व गोशाला प्रभारी निरंजन जूनवाल गौशाला शहर से महज पांच किमी दूर स्थित होने के चलते लंबे समय से गौशाला नहीं गए थे और फोन पर ही जानकारी लेकर अधिकारियों को जानकारी और फीड बैक दे रहे थे. इन लोगों को इस बात की कोई फिक्र नहीं थी कि गाय को समय पर भोजन उचित आहार दिया जा रहा है या नहीं. सिर्फ फोन पर ही फीडबैक लेकर यह एक तरह से कहें कि दूर से ही गौ माता की देखभाल कर रहे थे, जिसका असर यह हुआ कि एक दर्जन से ज्यादा गाय काल के गाल में समा गई.
और इस तरह की सभी लापरवाही की जानकारी मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत को थी.
इस मामले को लेकर पीसी शर्मा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि गाय के नाम पर राजनीति करना और गाय की सेवा करने में अंतर होता है जो भाजपाई नहीं समझेंगे। हमारी कमलनाथ जी की सरकार ने गायों के लिए गौशालाओं का निर्माण किया , और आज यह खबर देखकर दुख हो रहा है। मैं CM Shivraj जी से दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग करता हूं।