नई दिल्ली : अमेरिका, कनाडा और जापान में BA.2.75 सब वैरिएंट तेज़ी के साथ फैल रहा है। भारत के महाराष्ट्र, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर में इसके मामले सामने आए हैं। हालांकि, भारत में कोरोना के प्रसार पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से गठित INSACOG के वैज्ञानिक इस पर करीबी से नजर रखे हुए हैं।
ओमिक्रोन वायरस को वैसे तो कोरोना के डेल्टा जैसे वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा संक्रामक लेकिन कम जानलेवा माना जाता है। लेकिन ओमिक्रोन का ये नया रूप कुछ ज्यादा खतरनाक है। ये इंसानी शरीर के डिफेंस सिस्टम चकमा देने में ज्यादा माहिर है। जो लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं, ये उनको भी अपनी चपेट में ले सकता है।
एक वैज्ञानिक ने TOI को बताया कि BA.2 वैरिएंट की नई पीढ़ी के ये वायरस ज्यादा संक्रामक और मजबूत हो गए हैं। ये तीसरी लहर के दौरान हमारे शरीर में बनी इम्यूनिटी को भी चकमा दे रहे हैं। इसी की वजह से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
बता दे कि ओमिक्रोन के BA.2.75 सब वैरिएंट के अलावा इसके BA.2.74 और BA.2.76 भी कोरोना केसों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं। TOI ने एक ओपन सोर्स डाटाबेस के हवाले से बताया कि पिछले 10 दिनों में BA.2.76 के 298 केस, BA.2.74 के 216 केस और BA.2.75 के 46 मामलों की पहचान हुई है, बाकी दोनों के केस भले ही ज्यादा हों, लेकिन वैज्ञानिकों की नजर BA.2.75 पर ज्यादा है।
वही, मेडिकल एक्सपर्ट्स भी इसको लेकर चिंता में है। मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश में इस वक्त सामने आ रहे ओमिक्रोन केसों में दूसरे वैरिएंट के मुकाबले ये 18 फीसदी ज्यादा फैल रहा हैं। बता दे कि इस साल जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर के लिए BA.2 वैरिएंट जिम्मेदार था। अब जून में इसके केस फिर से बढ़ने लगे हैं. प्रयोगों से पता चला है कि इस वैरिएंट के वायरस में 80 से ज्यादा बदलाव हो चुके हैं।