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सीएम शिवराज सिंह ने फिर दिखाया अपना तेवर, निवाड़ी एसपी से कहा, आपके पार्टनर सरकारी काम में देते हैं दखल

सीएम शिवराज सिंह ने फिर दिखाया अपना तेवर, निवाड़ी एसपी से कहा, आपके पार्टनर सरकारी काम में देते हैं दखल

भोपाल/ राजकमल पांडे| प्रदेश में पुन: सत्ता संभालने के बाद शिवराज सिंह चौहान के आये दिन नित नए तेवर देखने को मिल रहे हैं, और सरकारी काम में दखल देने और गैरकानूनी काम करने वालों की एक लम्बी चौड़ी सूची तैयार कर प्रशासनिक अमलों पर सीएम होने का तेवर दिखा रहे हैं. वैसे कहा जाए तो प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को मौजूदा तेवर 15 वर्ष सरकार में रहकर दिखाना था, बशर्ते जब जनता ने शिवराज सिंह को प्रदेश की गद्दी से उतार फेंका तब जाकर कहीं शिवराज सिंह को मालूम हुआ कि प्रदेश में भ्रष्टाचार, कालाबाजारी, रेत माफिया, खनन माफिया, भू-माफिया आदि मध्यप्रदेश को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं. और फिर क्या शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की गद्दी सँभालने के बाद माफियों और भ्रष्टाचारियों के पीछे पड़ गए और प्रदेश के मैदानी अमला को भी इन कामो में चुस्त रहने के कड़े निर्देश दे दिए.

गौरतलब है कि सोमवार को हुई कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के मैदानी अफसरों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़े तेवर दिखाए और कॉन्फ्रेंस खत्म होने के तत्काल दो कलेक्टर, दो एसपी और एक राज्य पुलिस सेवा की अफसर को हटाने के निर्देश दे दिए. सीएम के निर्देश मिलने के एक घंटे बाद ही उन्हें हटाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए. आदेशानुसार कलेक्टर बैतूल राकेश सिंह और नीमच जितेंद्र सिंह को मंत्रालय में उप सचिव में पदस्थ किया गया है जबकि एसपी निवाड़ी वाहिनी सिंह व गुना राजेश सिंह को पीएचक्यू भोपाल में एआईजी बनाया गया है. इसी तरह गुना सीएसपी नेहा पच्चीसिया को पुलिस मुख्यालय में डीएसपी पदस्थ किया गया है. मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले ही एक लिस्ट रखकर बैठे थे।

सीएम शिवराज के पास पहले से थी जानकारी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सभी जिलों में मौजूद प्रशासनिक अमलो से उनके कार्यप्रणाली का फीडबैक ले रखा था. इसी के मद्देनजर शिवराज सिंह ने निवाड़ी एसपी वाहिनी सिंह से कहा- ‘’आपके लाइफ पार्टनर आपके (सरकारी) काम में इंटरफियर करते हैं.’’ हालाँकि आपको बता दें कि वाहिनी सिंह के पति नागेंद्र सिंह भी आईपीएस अफसर हैं. और जब पूर्व में वे भिंड में एसपी थे, तब उन पर रेत माफिया के साथ सांठगांठ करने के आरोप चुके लगे थे. उनका एक ऑडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. जिसके बाद उन्हें सरकार ने हटा दिया था. वर्तमान में नागेंद्र सिंह बालाघाट में हॉक फोर्स में कमांडेंट हैं. इस बारे में जब वाहिनी सिंह से पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.

रखता हूँ एक-एक की खबर- सीएम

बैठक में कलेक्टर बैतूल राकेश सिंह व नीमच जितेंद्र सिंह को लेकर मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं कहा था, लेकिन उन्होंने होशंगाबाद, नीमच, धार, मंदसोर, गुना, सीहोर और बैतूल कलेक्टर की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जरूर जाहिर की ही साथ ही यह भी कहा कि मेरे पास सबकी खबर है. कौंन, क्या कर रहा है? मुख्यमंत्री ने बैठक में आगाह भी किया कि कई अफसरों की जनता के बीच में छवि ठीक नहीं है.

गुना एसपी को हटाए जाने की वजह

विश्व सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक गुना एसपी राजेश सिंह को हटाए जाने की वजह जो सामने आई है वह बेहद ही चौका देने वाले हैं. हालही में एक धर्मगुरु के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, जिससे मुख्यमंत्री नाराज थे. इसलिए ही सीएसपी नेहा पच्चीसिया को भी हटाया गया है. हालांकि पीएचक्यू सूत्रों का कहना है कि एक सिपाही के बागी होकर राइफल सहित भागने के मामले में हटाया गया है. पर वही  सरकार का कहना है कि एसपी की अपने अधीनस्थों पर नियंत्रण नहीं था.

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