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मध्याह्न भोजन खाने से बच्चों को हुई उल्टियां

सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन को बनाने में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। इसका ताजा मामला बुधवार को ग्राम पंचायत गिदुरहा के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला आमा डोंगरी में देखने को मिला। मध्याह्न भोजन खाते ही बच्चों को उल्टियां होने लगी जिसके बाद बच्चों को उल्टियां होती देख स्कूल के शिक्षक घबरा गए। आनन-फानन में आधा दर्जन से अधिक बच्चों को इलाज के लिए मझगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद देर शाम बच्चों की स्थिति में सुधार होने पर उन्हें घर भेज दिया गया।

जानकारी के मुताबिक आमा डोंगरी शासकीय प्राथमिक शाला में दीप्ति स्वसहायता समूह मध्याह्न भोजन वितरण का काम करती है। दोपहर में क़रीब एक बजे रोटी और चने की दाल के साथ मिक्स सब्जी बच्चों को परोसी गई । जैसे ही कुछ बच्चों ने खाना खाया ही था की उन्हें उल्टियां होने लगीं। बच्चों को उल्टियां होते देख शिक्षक घबरा गए। उन्होंने बाकी बच्चों को खाना खाने से रोक दिया। आनन फानन-फानन में कक्षा चौथी और पांचवीं के छात्र दीपिका काछी, आदित्य चौधरी, शिवा काछी, अंजली काछी, प्रियांसी काछी, प्रिंस काछी, चंदन काछी को इलाज के लिए मझगवां अस्पताल लेकर पहुंचे।

आलू में केरोसिन तेल गिरने से हुई थी उल्टियां 

मझगवां अस्पताल में बच्चों का स्टाफ ने इलाज शुरू किया। इंजेक्शन सहित दवा देने से करीब शाम पांच बजे बाद बच्चों की स्थिति में सुधार हुआ। देर शाम तक बच्चों की स्थिति ठीक होने पर उन्हें अस्पताल से छु्ट्टी दे दी गई। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि आंगनबाड़ी में रखी आलू की बोरी में मिट्टी को तेल गिर गया था। समूह ने वही आलू सब्जी में इस्तेमाल कर लिए। जिसके कारण बच्चों को उल्टियां होना शुरू हो गईं। 
सवाल है कि मध्यान्ह भोजन पकाने के लिए जब गैस दे रखी है, तो फिर भोजन बनाने की जगह मिट्टी तेल का क्या काम। फिलहाल ग्राम पंचायत के सरपंच विनोद काछी, सचिन काछी ने मामले की जांच की मांग की है।

मामले में सम्बंधित स्व सहायता समूह को पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। 
अशोक उपाध्याय, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सिहोरा

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