उपचुनाव : भाजपा के इस "दिग्गज नेता" ने दिखाए "बागी तेवर", कहा अगर हुई "नाइंसाफी", तो दूसरे "विकल्प" भी खुले…
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में जल्द ही उपचुनाव (By Election) होने हैं। कांग्रेस (Congress) बीजेपी (BJP) इस चुनाव के लिए जोरों से तैयारी कर रहीं हैं। लेकिन उपचुनाव से पहले भाजपा में अंदरूनी घमासान शुरू हो गया हैं। भाजपा से तीन बार के विधायक और मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी (Former Minister Deepak Joshi) ने बगावत करने के संकेत दिए हैं। दीपक जोशी ने कहा कि अगर राजनीति का यही रूप है तो इसका प्रयोग मैं भी करूंगा। मैं भी मनुष्य हूं।
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने संकेत दिए हैं कि यदि उनके साथ राजनीतिक रूप से नाइंसाफी हुई तो वे दूसरे विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं। जोशी ने बगावती सुर का संकेत देते हुए साफ कहा है कि अभी मैं पार्टी के साथ हूं, लेकिन मेरे लिए सारे विकल्प खुले हैं और वक्त आने पर इस पर विचार किया जाएगा।
दीपक जोशी के इस बयान के बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई हैं।
बताया जा रहा है कि हाटपिपल्या विधानसभा सीट से उपचुनाव मनोज चौधरी (Manoj Chaudhary) लड़ेंगे। ऐसे में दीपक जोशी अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में दीपक जोशी को सिंधिया समर्थक मनोज चौधरी से करीब 23 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
बता दे कि दीपक जोशी देवास जिले (Dewas District) में पार्टी के बड़े नेता माने जाते हैं। ऐसे में पार्टी के सामने दीपक जोशी सरीके नेता के साथ समन्वय बैठाना एक चुनौती भरा कार्य हैं।
गौरतलब है कि सिंधिया समर्थकों के बीजेपी में आने के बाद से पार्टी में अनबन का दौर शुरू हो गया हैं। उपचुनाव में पहले पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है सिंधिया खेमे के नेताओं को टिकट देने के बाद पार्टी में गुटबाजी को कम करना। ऐसे में अब देखना दिलचस्प हो गया है कि पार्टी उपचुनाव से पहले इस स्थिति को कैसे निपटाएगी।