बसपा पार्टी मप्र की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में , अब कर सकती है बड़ा उलटफेर
मध्यप्रदेश/भोपाल(Bhopal) – : मध्यप्रदेश(Madhyapradesh ) की 24 सीटों पर उप चुनाव(By Election) होना है। भाजपा(BJP) और कांग्रेस(Congres) ने उप चुनाव के लिए तैयारियां चालू कर दी हैं। उप चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा तथा कांग्रेस के बीच है। परन्तु बहुजन समाज पार्टी(BSP)ने उप चुनाव में अब बड़ा उलटफेर कर सकती है। ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर उप चुनाव होना है। भाजपा और कांग्रेस के बाद यहा पर बसपा का भी प्रभाव है। विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसमें से 1 सीट ग्वालियर-चबंल की थी।
बहुजन समाज पार्टी भी मध्यप्रदेश की 24 सीटों पर होने वाले उप चुनाव की अब तैयारी में जुट गई है।अब कहा जा रहा है कि है विधानसभा चुनाव में बसपा अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है। बसपा की नजर अब भाजपा और कांग्रेस के बागी नेताओं पर भी है।
2018 के विधानसभा चुनाव – :
2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा और सपा(SP) ने मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ा था। सपा को 1 सीट पर जीत मिली थी और बसपा को 2 सीटों पर जीत मिली थी। बसपा ने भिंड(Bhind) और दमोह(Damoh) जिले की पथारिया(pathariya) विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। 2018 के विधानसभा चुनावों में बसपा करीब 5 % वोट के साथ मध्यप्रदेश में तीसरे स्थान पर थी।
बसपा 97 सीटों पर तीसरे स्थान पर थी – :
बहुजन समाज पार्टी मध्यप्रदेश की 97 सीटों पर तीसरे स्थान पर थी। जबकि 6 सीटों पर बसपा के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर थे। ऐसे में कहा जा रहा है कि उप चुनाव में बसपा मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
ग्वालियर-चंबल सिंधिया का गढ़ – :
ग्वालियर-चंबल ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ग्वालियर-चंबल में कमजोर हुई है और भाजपा को फायदा हुआ है। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद कई समीकरण बिगड़-बन गए हैं। ऐसे में बसपा की नजर मध्यप्रदेश के बागियों पर हो सकती है।
बसपा नेता कांग्रेस में शामिल- :
कांग्रेस की नजर ग्वालियर-चंबल में एससी-एसटी वोट पर है। यही कारण है कि बीएसपी के वोट बैंक में कांग्रेस ने अब सेंध लगाना चालू कर दिया है। हाल ही में बीएसपी के कई बड़े नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े प्रागी लाल जाटव भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।