संत रविदास की परंपरा, इस देश में सामाजिक भाईचारे को मजबूत करने वाली परंपरा है :- भाजपा
दिल्ली के तुगलकाबाद में संत रविदास के मंदिर टूटने की घटना से संत रविदास से जुड़े व उन्हें अपना आराध्य मांनने वालों के निशाने पर लगातार आ रही भाजपा व केंद्र सरकार ने, जैसा की आप सभी को ज्ञात है की 21 अक्टूबर को जानकारी मिली थी की संत रविदास मंदिर,दिल्ली के तुगलकाबाद में उसी जमीन पर बनेगा व इसके लिए 400 गज जमीन केंद्र सरकार देगी।
इसी क्रम में आज भाजपा ने एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये अपनी पार्टी के विचार संत रविदास को लेकर बताने की कोशिश की।
भाजपा की और से बोलते हुए उसके वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादाव ने बताया की संत रविदास जी ने सामाजिक समरसता के लिए, जातिवादी भेदभाव के खिलाफ, समतामूलक समाज के लिए, समाज के सभी वर्गों के आत्म कल्याण के लिए और देश के करोड़ों गरीब और विशेष रूप से अनुसूचित जनजाति समाज के बंधुओं के जीवन में बदलाव लाने का काम किया
1 ) संत रविदास की स्मृति में पोखर का संरक्षण, उस जगह का संरक्षण और उनके मंदिर के पुन: निर्माण को न्यायालय द्वारा मंजूरी दी गई।
2 ) सबसे दु:खद पहलू है कि कांग्रेस और आप पार्टी के द्वारा उसका राजनीतिकण का प्रयास किया गया। आप पार्टी द्वारा आंदोलन को हर स्तर पर भड़काने का प्रयास किया गया। हम आप पार्टी के इस प्रकार के राजनीतिक और सामाजिक द्वेष को बढ़ाने वाले बयानों की हम निंदा करते हैं।
3 ) भाजपा मानती है कि संत रविदास की परंपरा, इस देश में सामाजिक भाईचारे को मजबूत करने वाली परंपरा है।
4 ) भाजपा सरकार ने हमेशा संत रविदास जी के जीवन को बड़ा बनाने और उनके जीवन के दिखाए हुए मार्ग को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयास किए।
अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा की संत रविदास संघठन भाजपा के इन विचारों से संतुष्ट हो पाता है अथवा नहीं।