बड़ा खुलासा : कोरोना से हुई मौतों पर प्रदेश सरकार डाल रहीं है पर्दा, प्रशासन ने किया ये दावा
मध्यप्रदेश – मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा हैं। प्रदेश में कोरोना से संक्रमित लोगों का आकड़ा 2 लाख 11 हज़ार को पार कर चूका हैं। मध्यप्रदेश के कुछ जिलों (भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर) में कोरोना के लगातार नए मामले सामने आ रहे है, माना जा रहा है की यहां कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी हैं। वहीं, प्रदेश में कोरोना से मौतों का सिलसिला भी लगातार जारी हैं। प्रदेश में अब तक 3314 कोरोना से अपनी जान गवा चुके हैं। इसी बीच एक पड़ताल में बड़ा खुलासा हुआ हैं। पड़ताल में सामने आया है की मध्यप्रदेश सरकार मौत के आकड़ो पर पर्दा डाल रहीं हैं।
राज्य के आंकड़ों पर सवाल हुए खड़े
जिस संख्या में शमशानों पर कोरोना से मारे गए लोगों के शव दाह संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं वह राज्य के आंकड़ों पर सवाल खड़े कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में श्मशान पर मृतकों के आंकड़ों की हकीकत जानी तो वहां के चिकित्सा विभाग का झूठ साफ दिखाई दिया। विभाग अपनी नियमित रिपोर्ट में हकीकत से कई गुना कम मौतें दिखा रहा हैं।
सरकारी रिकॉर्ड में मौत के आंकड़े में बड़ा अंतर
कोरोना प्रोटोकॉल से देह संस्कार और सरकारी रिकॉर्ड में मौत के आंकड़े में बड़ा अंतर हैं। नवंबर में माह का ही आंकड़ा ले तो सिर्फ 38 मौतें सरकारी रिकॉर्ड में कोरोना से दर्ज है, लेकिन इस दौरान भोपाल के भदभदा विश्राम घाट में 210 अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत हुए हैं। भदभदा घाट पर ही सिर्फ कोरोना प्रोटोकॉल के दाह संस्कार किया जाता है नवंबर में ही झदा कब्रिस्तान में 23 कोरोना प्रोटोकॉल से दफनाया गया। उसे भी जोड़ा जाए तो आंकड़ा और बड़ा हो जाता हैं। प्रशासन का दावा है कि ऐसे मरीजों की मौत जिन्हें कोरोना संदिग्घ माना गया था, उनका संस्कार भी प्रोटोकॉल से किया जाता हैं। इसलिए इन आंकड़ों में अंतर दिखाई दे रहा हैं।