जो कर रहा मदद उसका हाथ रोक रही भोपाल पुलिस, जावेद खान जो कर रहे हैं फ्री ऑक्सीजन देकर लोगों की मदद, उन पर पुलिस ने दर्ज किया FIR
जो कर रहा मदद उसका हाथ रोक रही भोपाल पुलिस, जावेद खान जो कर रहे हैं फ्री ऑक्सीजन देकर लोगों की मदद, उन पर पुलिस ने दर्ज किया FIR
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:– मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जरूरी इक्विपमेंट ऑक्सीजन बेड दवाइयां हर चीज की किल्लत है. भोपाल के ही जावेद खान ने अपने पैसों से अपने ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया था, ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर लोगों को फ्री ऑक्सीजन दे रहे थे और मदद कर रहे थे.
मदद करने के लिए जावेद ने अपनी पत्नी के जेवर तक भेज दिए, पर भोपाल पुलिस को देखिये पुलिस ने उसी जावेद पर एफ आई आर दर्ज किया जो इस महामारी के दौरान अपने और अपने परिवार के बारे में न चिंता करके लोगों की मदद कर रहे हैं.
देखें वीडियो:-
https://twitter.com/GarimaLokniti/status/1388455471753818116?s=19
जावेद खान जिन्होने अपने ऑटो को टेंपररी ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस बनाया और लोगों को फ्री सेवा दे रहे हैं उस पर छोला पुलिस ने कार्यवाही कर धारा 188 के तहत FIR दर्ज की। मदद करने आयुष्मान हॉस्पिटल जा रहे थे।
सूत्रों के अनुसार डीआईजी के निर्देश पर पुलिस ने जावेद को बाद में छोड़ दिया. मध्य प्रदेश में इस तरह से पुलिस हिटलर शाही करती है. आए दिन पुलिस की निर्मलता की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होते हैं, कभी पुलिसकर्मी खुद कोरोना मरीज को मारते हैं तो कभी कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों की पिटाई करते हैं.
और अब पुलिसकर्मी मदद के हाथ को भी रोक रहे हैं. सत्ताधारी सीएम शिवराज इन सभी मुद्दों पर चुपचाप बैठे हुए हैं.
गरीब लोगों के लिए भोपाल के जावेद बने फरिश्ता, पत्नी के ज़ेवर को बेच ऑटो में लगाया ऑक्सीजन, फ्री में कर रहे हैं लोगों की मदद
मानवता देश में आज भी जिंदा है, इसकी मिसाल लगातार पेश होती रही है. भोपाल के जावेद ने एक बार फिर से मानवता की मिसाल पेश की है.
कोरोना के इस अपार संकट के समय में 200-300 रोज कमाने वाले ऑटो चालक जावेद ने लोगों की मदद करने की ठान ली. संकट में मरीजों को फ्री सेवा देने के लिए उन्होंने अपने ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर लिया. वह अपने पैसों से ऑटो में ऑक्सीजन लगाते रहे और मरीजों को free सेवा देते रहे.
बेचे पत्नी के ज़ेवर:-
जावेद सिर्फ प्रदेश के नहीं बल्कि पूरे देश के नजीर बन गए हैं. जब जावेद को ऑटो चलाने ऑक्सीजन के लिए पैसे की कमी पड़ने लगी तो उन्होंने अपनी पत्नी के जेवर तक बेच दिए. जावेद ने ठान रखा था कि वो उन लोगों की मदद करेंगे जिनके पास पैसे नहीं है जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और कोरोना महामारी भी उनकी कमर तोड़ रही है.
जावेद भोपाल के बाग फरहतवजा में रहते हैं. उन्होंने अपने ऑटो में ही ऑक्सीजन सिलेंडर रखा है. इसके अलावा संक्रमण से बचने के लिए उन्होंने अपने ऑटो में प्लास्टिक की शीट भी लगाई है. इसके साथ ही सैनिटाइजर का भी ऑटो में इंतजाम किया है.
अपने ऑटो को चलते-फिरते एंबुलेंस में तब्दील कर जावेद खान नाम का यह शख्स अब तक 8-10 लोगों की जान बचा चुका है।जावेद कहते हैं कि उन्हें उधार लेकर ये काम करना पड़े तो भी उन्हें कोई दुख नहीं होगा।
जावेद पिछले दो चार दिन में ही कम से कम 20-25 लोगों की जान बचाने में मदद कर चुके हैं। उनसे मदद ले चुकी सुलेखा प्रभावलकर ने बताया कि 26 अप्रैल को उन्हें अपने पति को अस्पताल लेकर जाना था। पति की तबीयत खराब थी और कोई एंबुलेंस नहीं मिल रहा था। उन्होंने जावेद खान से संपर्क किया और वे अपनी ऑटो एंबुलेंस लेकर हाजिर हो गए। उन्हें बेड के लिए कई अस्पतालों में भटकना पड़ा। जावेद लगातार उनके साथ रहे और कोई पैसा भी नहीं लिया। सुलेखा बताती हैं कि पति के ठीक होकर लौटने पर वे जावेद का शुक्रिया अदा करने उनके घर जाएंगी