रूस-यूक्रेन जंग के बीच यूरोप के देशों में बढ़ा कोरोना का खतरा, 8 लाख के करीब मामलें, 8 हज़ार से ज़्यादा मौत
इंटरनेशनल डेस्क : रूस-यूक्रेन जंग का आज 20वां दिन है। रूस-यूक्रेन की वार-तकरार से यूरोप के देशों पर कोरोना का खतरा बढ़ गया है। अब तक 20 लाख से ज्यादा यूक्रेनी शरणार्थी यूरोपीय देशों में पहुंचे हैं। इनमें से ज्यादातर का वैक्सीनेशन नहीं हुआ। रविवार को WHO की तरफ से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन और आसपास के देशों में 3 से 9 मार्च के बीच कोरोना के कुल 791,021 नए मामले सामने आए और 8,012 नई मौतें दर्ज की गई हैं।
बताया जा रहा है कि दक्षिणी शहर मारियुपोल में दो सप्ताह से चल रही रूसी बमबारी में करीब 2500 नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसके बाद सोमवार को आखिरकार वहां से आम लोगों की निकासी का काम शुरू हो गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को करीब 160 कारों का काफिला रूसी सेना के समर्थन से बने ग्रीन कॉरिडोर से मारियुपोल से निकला। यह काफिला करीब 225 किलोमीटर दूर जापोरिझिया शहर के लिए रवाना हो गया। एक यूक्रेनी अधिकारी ने कहा कि करीब 4 लाख की आबादी वाले शहर में अब भी आम लोग फंसे हुए हैं, जिनके पास खाना और पानी तक नहीं है। उन्हें सप्लाई पहुंचाने की कोशिश चल रही है।
कहा जा रहा है कि यूक्रेन के साथ शांति वार्ता चलने के बावजूद रूस लगातार यूक्रेनी शहरों में नागरिक इलाकों पर बमबारी कर रहा है। सोमवार को रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क शहर में बैलेस्टिक मिसाइल हमले में 20 आम लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए।
रूसी हमले में सोमवार को एक और पत्रकार बेंजामिन हॉल घायल हो गए। बेंजामिन हॉल फॉक्स न्यूज के कॉरसपोंडेंट है। वे यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर रूसी सेना की तरफ से दागे गए एक रॉकेट की चपेट में आ गए। इससे पहले अमेरिकी पत्रकार ब्रेंट रेनॉड की रूस के हमले में मौत हो गई थी और उनके साथी पत्रकार जुआन अर्रेडोंडो घायल हो गए थे।