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 बड़वानी  : रबी फसलों  के लिए जिले में यूरिया खाद की पर्याप्त उपलब्धता 

   बड़वानी  :  रबी फसलों  के लिए जिले में यूरिया खाद की पर्याप्त उपलब्धता 

  •  किसानों को 6400 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया है तथा 5000 मैट्रिक टन शेष
  • आधार कार्ड एवं पावती की मदद से पी.ओ.एस. मशीन पर अंगूठा लगाकर बिल प्राप्त कर उर्वरक क्रय करें

 द लोकनीति डेस्क बड़वानी 
जिले में सिंचित क्षेत्र में वृद्धि के साथ ही रबी फसलों के क्षेत्र में भी वृद्धि हुई है । वर्तमान मौसम में रबी फसलों हेतु 1,03,985 हेक्टर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इसमें प्रमुखतरू 84,500 हेक्टर क्षेत्र में गेहूं तथा 8500 हेक्टर क्षेत्र में चना फसल की बोनी की जाना प्रस्तावित है । रबी की इन फसलो के लिये किसान भाईयों को उनकी आवश्यकतानुसार उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा समुचित व्यवस्था करवाई गई है । विशेषकर विगत वर्षो में यूरिया की कमी को दृष्टिगत रखते हुए पर्याप्त यूरिया भंडारण के प्रयास किये गये है । 
          उप संचालक कृषि के एस खपेड़िया ने बताया कि जिले में रबी फसलों के लिये 28000 मेट्रिक टन यूरिया वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इसके विरूद्ध आज दिनांक तक जिले में 11,400 मैट्रिक टन प्राप्त होकर जिले के किसानों को 6400 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया है तथा 5000 मैट्रिक टन शेष है । जिले में शेष यूरिया भंडारण की प्रक्रिया निरंतर जारी है तथा किसान भाईयों को रबी मौसम के हर अंतराल में उनकी मांग अनुसार यूरिया की उपलब्धता के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं । 
            उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों के नियमित सदस्यों को संबंधित समितियों द्वारा परमीट पर नियमित रूप से यूरिया वितरित किया जा रहा है । जो किसान समिति के डिफाल्टर हैं वे समिति में मात्र खाद की बकाया राशि जमा कर भी संस्था से खाद प्राप्त कर सकते हैं । यदि किसान बकाया राशि जमा करने में असमर्थ है तो विपणन संघ के डबल लॉक केन्द्रों से ऐसे किसानों को नगद पर खाद प्रदाय की सुविधा प्रदान की गई है।      
             किसान भाई जिले के डबल लॉक केन्द्र बड़वानी, अंजड़, सेंधवा व पानसेमल  में से अपने नजदीकी केन्द्र से नगद पर खाद क्रय कर सकते है । इसके अलावा नगद पर निजी डीलर से भी खाद खरीद सकते है । समस्त वितरण केन्द्रों से कृषि वैज्ञानिकों की अनुशंसा अनुसार एक किसान को प्रति हेक्टर अधिकतम यूरिया 5 बेग, डीएपी 2 बेग एवं 1 बेग पोटाश खरीदने की पात्रता है । किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे आधार कार्ड एवं पावती की मदद से पी.ओ.एस. मशीन पर अंगूठा लगाकर बिल प्राप्त कर उर्वरक क्रय करें । विक्रेता द्वारा बिना पी.ओ.एस. मशीन के उर्वरक का विक्रय किसी गंभीर अनियमितता का संदेह उत्पन्न करता है, जिससे किसान धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं । अतः किसान भाई पी.ओ.एस. मशीन के माध्यम से ही उर्वरक क्रय करें ।

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