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“दिग्गी राजा” के बंगले पर बनी पार्षदों के नामों पर सहमति, लेकिन कमलनाथ के क्राइटेरिया के बाद अटकी लिस्ट!

भोपाल : भोपाल में पूर्व CM दिग्विजय सिंह के बंगले पर मीटिंग होने के बाद भी पार्षदों के नामों पर फैसला नहीं हुआ है। हालांकि, कई नामों पर सहमति भी बन गई थी, लेकिन PCC चीफ कमलनाथ के क्राइटेरिया के बाद पार्षदों के नामों की फ्रेमिंग ही बदल गई है।

दरअसल, दो दिन पहले कमलनाथ ने नगरीय निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर गाइडलाइन जारी की थी। इसके तहत दावेदार जिस वार्ड के मतदाता हैं, उसे वहीं से टिकट देने के निर्देश दिए हैं। किसी भी उम्मीदवार का वार्ड परिवर्तन नहीं होगा। आदेश के बाद अंदरूनी तरीके से विरोध भी हो रहा है।

बता दे कि कमलनाथ के क्राइटेरिया से भोपाल, इंदौर, जबलपुर-ग्वालियर समेत करीब सभी जिलों में पार्षदों की लिस्ट अटक गई है। उन नेताओं के चेहरों पर मायूसी है, जो रिजर्वेशन गड़बड़ाने से दूसरे वार्ड से चुनाव लड़ना चाह रहे थे। अब माना जा रहा है कि 16 या 17 जून को लिस्ट सामने आएगी। कुछ जिलों के लिए फरमान में बदलाव की मांग भी उठाई जा रही है।

कहा जा रहा है कि भोपाल में 12 जून को ही लिस्ट आने के आसार थे। लेकिन अब नए सिरे से लिस्ट पर काम किया जा रहा है। इस कारण 13 जून को भी लिस्ट घोषित नहीं हो पाई। जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा का कहना है कि दो-तीन दिन में लिस्ट जारी हो सकती है। वरिष्ठों की सहमति और जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा।

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