प्रदेश में कोरोना के बाद अब डेंगू का आतंक, मरीजों की हालत गंभीर अस्पताल फुल
- डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी
- एसडीपी किट कि हो रही है किल्लत जनता हो रही है परेशान
- मरीजों की हालत है गंभीर लेकिन अस्पताल में नहीं हैं बेड खाली
जबलपुर/निशा चौकसे:- मध्यप्रदेश के जबलपुर में डेंगू के लगातार मरीज मिल रहें हैं. दिन व दिन मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है| हालात ये है कि जिला अस्पताल विक्टोरिया, मेडिकल अस्पताल सहित निजी अस्पताल डेंगू के मरीजों से पूरे भर गए हैं. इस हाहाकार के बीच संस्कारधानी में जमकर मुनाफाखोरी शुरू हो गई है. निजी अस्पताल जानबूझकर मरीजों को एसडीपी किट रेफर कर रहे हैं. एक एसडीपी का दाम 15 से 20 हजार पहुंच गया है.
डेंगू मरीजों के सरकारी आंकड़े
सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक डेंगू के 173 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं. हालात गंभीर तब हो रहे हैं, जब डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स के लिए भटकना पड़ रहा है. बता दें की सरकारी अस्पताल में पर्याप्त मशीनें उपलब्ध न होने की वजह से सही दाम पर प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रहे. इसका सीधा-सीधा फायदा निजी पैथोलॉजी वाले उठा रहे हैं. व्यवस्था इतनी बिगड़ चुकी है की शहर के ब्लड बैंकों में अफरा-तफरी मची हुई है. वहां प्लेटलेट्स के लिए जरूरी एसडीपी किट की कमी पद गई है|
एसडीपी किट के लिए लगाना पड़ रहा नंबर
ब्लड बैंकों में एसडीपी किट के लिए लोगों को नंबर लगाना पड़ रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड बैंकों को साफ आदेश दिए है कि जरुरतमंद मरीजों तक ही किट पहुंचे. दरअसल, ब्लड बैंकों को निर्देशित किया गया है कि वे 20 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले मरीजों को ही एसडीपी दें. शहर में मेडिकल और एल्गिन अस्पताल के अलावा एक ही निजी ब्लड बैंक में एसडीपी की सुविधा है. ऐसे में मरीजों को पहले डोनर के लिए भटकना पड़ता है और अगर डोनर मिल जाए तो प्लेटलेट्स निकलवाने के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं.