मध्यप्रदेश की राजनीति के लिए 12 तारीख होगी काफी अहम, कही प्रियंका गांधी तो कही शिवराज सिंह करेगे धार्मिक कार्य

MP: बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां देश की प्रमुख पार्टी हैं आगामी 12 जून को दोनो ही पार्टी एक साथ बड़े कार्यक्रम करने जा रही है। इस दिन को पूरे मध्यप्रदेश की राजनीति के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इस दिन सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा सहित बीजेपी के बड़े नेताओ के साथ-साथ, साधु-संतों की मौजूदगी में बड़े धार्मिक कार्यों के लिए कटनी जिले की विजयराघवगढ़ में जुटेंगे। वहीं, एमपी कांग्रेस की नेत्री पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी कांग्रेस की ओर से चुनावी शंखनाद करने 12 जून को जबलपुर जिले में मौजूद रहेंगी। खास बात यह है कि प्रदेश में पहली राजनीतिक रैली के लिए प्रियंका ने जबलपुर का चयन किया है। जबलपुर महाकौशल का केंद्र है, जहां बड़ी संख्या में जनजातीय आबादी है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी की ओर से विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक अपनी विधानसभा में श्रीहरि हर तीर्थ बनाने की तैयारियों में जुटे हैं। जहां एक साथ कई देवी-देवताओं के मंदिर और प्रतिमा स्थापित होंगे, जिसमें सबसे बड़ी भगवान परशुराम जी की मूर्ति बताई गई, जो पूरे 108 फीट की होगी, वो भी अष्टधातु की।
पूरे कार्यक्रम में शामिल होने नेता, अभिनेता सहित साधु-संत ग्राम बंजारी स्थित राजा पहाड़ पहुंचेंगे। इस दौरान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा, भूपेंद्र सिंह, आशुतोष राणा, स्वामी रामभद्राचार्य, स्वामी अवधेशानंद गिरि, जगद्गुरु शंकराचार्य और श्री श्री रविशंकर सहित कई जानी मानी हस्तियां शामिल रहेंगी।
देखा जाए तो इस कार्यक्रम के माध्यम से बीजेपी हिंदू वोटर्स को लुभाने की कोशिश करेगी। वहीं, विजयराघवगढ़ विधानसभा जो हाल-फिलहाल की स्थितियों में बीजेपी के लिए काफी कमजोर है, उसे भी मजबूत करने की कोशिश में है। वहीं, पूरे मध्यप्रदेश कांग्रेस में जान डालने और विधानसभा का चुनावी शंखनाद करने तेजतर्रार कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जबलपुर पहुंचेगी। इनके स्वागत में पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और विवेक तंखा सहित कई बड़े चहरे शामिल रहेंगे।
इनकी मौजूदगी में गोल बाजार में रोड शो के साथ आमसभा संबोधित की जाएगी। कांग्रेस की माने तो उनका लक्ष्य 150 सीटों का है, जिसकी तैयारियां प्रियंका गांधी के साथ ही शुरू हो जाएगी। हालांकि, दोनों ही पार्टी के लिए 12 जून ही इतनी खास क्यों है। इसकी वजह अब तक साफ नहीं हो पाई। देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका और शिवराज का चुनावी माहौल में जनता किस ओर नजर आती है।