गन्दा और दूषित पानी पीने को मजबूर हैं धनककड़ी वासी
गन्दा और दूषित पानी पीने को मजबूर हैं धनककड़ी वासी
- इतने बड़े गाँव में एक कुँये के अतिरिक्त पेयजल और कोई स्रोत नहीं है!
- तालाब के गन्दे पानी का रिसाव है इस कुँये में
- कुछ साल पहले यही गन्दा पानी पीने से हैजा फैल चुका है, लगभग 3 लोग असमय गँवा चुके हैं अपनी जान
सिवनी जिला मुख्यालय से 85 किमी दूर, तहसील लखनादौन अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गाँव धनककडी! 2500 की आबादी वाला यह गाँव लम्बे समय से पेयजल की समस्या से जूझ रहा है! ज्ञात हो कि इतने बड़े गाँव में कोई हैण्डपम्प उपयोगी नहीं है! यहाँ पर पीने का पानी हो या सामान्य उपयोग का, सभी के लिये तालाब से सटे इकलौते कुँये से ही प्राप्त किया जाता है!
गाँव में पीने के पानी का एकमात्र सहारा यह कुआँ भी गन्दे पानी से भरा है! इसमें सीधा तालाब का गन्दा और दूषित पानी मिल रहा है! जिसको पीकर यहाँ की जनता संक्रामक बीमारियों से जूझ रही है! किसी को गले में तो किसी क पेट सम्बन्धित परेशानी उल्टी-दस्त आदि हो रहे हैं! ग्रामवासियों ने शासन – प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुये कहा कि इस गाँव के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है!
बता दें कि ये वही गाँव है, जहाँ कुछ वर्षों पूर्व इसी इकलौते कुँये का प्रदूषित पानी पीने के कारण महामारी के रूप में हैजा फैल चुका है! जिसने पूरे गाँव को अपनी चपेट में लिया था! इस हैजा के दौरान लगभग 3 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी! अगर समय रहते इस ओर ध्यान देकर उचित व्यवस्था नहीं की गई तो शायद धनककड़ी गाँव के निवासियों को दोबारा उस बुरी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है!