सीएम शिवराज बोले सर्वे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, 7 दिनों में चाहिए रिपोर्ट
भोपाल:- मध्यप्रदेश में बीते दिनों कई हिस्सों में हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें चौपट हो गई है. मुख्यमंत्री ने सर्वे के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के निर्देश पहले ही दे दिए थे बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा करते हुए कलेक्टरों को निर्देश दिए कि सर्वे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ध्यान रहे घर बैठे फसलों का सर्वे ना हो जाए उन्होंने कहा कि मुआवजे और भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर यह सुनिश्चित करें कि वह वितरित होना शुरू हो जाए.
साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्रालय से सभी कलेक्टर कमिश्नर को निर्देश देते हुए कहा कि ओलावृष्टि या अतिवृष्टि के कारण फसलें प्रभावित हुई हैं प्रभावित गांव का 7 दिन के भीतर सर्वे रिपोर्ट मुझे चाहिए उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में जनता की संतुष्टि भी आवश्यक है. सर्वे पूरी प्रामाणिकता और इमानदारी के साथ हो. जिन का नुकसान हुआ है वह छूटे नहीं और जहां नुकसान नहीं हुआ है वह शामिल ना हो. जो नुकसान हुआ है उसके आधार पर ही अंतर विभागीय संयुक्त दल का गठन किया जाए. राजस्व, कृषि, पंचायत, ग्रामीण विकास के अधिकारी भी शामिल हो.
सीएम ने कहा कि सर्वे कार्य पूरा होने के बाद प्रभावित किसानों की सूची समस्त ग्राम पंचायतों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाए और ग्राम वासियों को पढ़कर सुनाई जाए. सर्वेक्षण के दौरान संबंधित कृषक और जनप्रतिनिधियों को भी विश्वास में लिया जाए. प्रभावित गांव का सर्वे करने के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें. कलेक्टर ओलावृष्टि प्रभावित गांव की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें. कृषकों को मुआवजे का भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाए.
शिवपुरी में ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गईं. जम्मू शिवपुरी में पूर्व विधायक और कलेक्टर निरीक्षण करने पहुंचे तो देश के अन्नदाता किसान नष्ट हुई फसलों का दुख उनके सामने जाहिर करने लगे और उनके पैरों में गिर कर रो पड़े और किसानों ने मुआवजे की मांग की. लेकिन किसानों का कहना है कि इसके पहले जब बाढ़ आई थी उस समय का भी मुआवजा हमें नहीं मिला है और अब ओलावृष्टि के कारण नष्ट हुई फसल का मुआवजा हमें कब तक मिलेगा. साथ ही किसान निरीक्षण करने पहुंचे विधायक और कलेक्टर से बोले कि साहब सब कुछ बर्बाद हो गया है.