जबलपुर : मध्य प्रदेश के इस जिले में शुरू हुआ किसान बिलों का विरोध, आंदोलन के समर्थन में किसान संगठन निकालेंगे पदयात्रा
जबलपुर : मध्य प्रदेश के इस जिले में शुरू हुआ किसान बिलों का विरोध, आंदोलन के समर्थन में किसान संगठन निकालेंगे पदयात्रा
- भारतीय किसान यूनियन और ओबीसी महासभा 10 से 12 दिसंबर तक निकालेंगे की पदयात्रा
- मझौली के पोला तिराहे से होगी शुरुआत
- जबलपुर में होगा पद यात्रा का समापन
- कलेक्टर के नाम 3 बिलों के विरोध में सौंपेंगे ज्ञापन
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
कृषि बिलों के विरोध में किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का साफ कहना है कि जब तक सरकार तीनों बिलों को वापस नहीं लेती तब तक वह धरना प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। करीब 8 दिनों से किसानों का आंदोलन अनवरत जारी है। इस बीच किसानों के कृषि बिलों के विरोध को लेकर बड़ी खबर मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से आ रही है। जहां किसान संगठन द्वारा कृषि बिलों का विरोध शुरू हो गया है। दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने किसान संगठन पदयात्रा निकालेंगे। पदयात्रा का समापन जबलपुर में होगा जहां पर कृषि बिलों के विरोध में किसान संगठन कलेक्टर को ज्ञापन सोपेंगे।
भारतीय किसान यूनियन और ओबीसी महासभा, किसान सेना के साथ अन्य किसान संगठनों ने दिल्ली में किसानों के तीन बिल को लेकर चल रहे आंदोलन के समर्थन में 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक की पदयात्रा निकालेंगे। पदयात्रा की शुरुआत जबलपुर जिले की मझौली तहसील के पहला तिराहे से 10 दिसंबर को दोपहर 12:00 बजे शुरू होगी। पदयात्रा का रात्रि विश्राम सिहोरा में होगा। अगले दिन सिहोरा से फिर पदयात्रा प्रारंभ होगी और जिसका विश्राम पनागर में होगा।
जिला मुख्यालय में पहुंचेगी पदयात्रा कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन : 12 दिसंबर को पनागर से शुरू होकर पदयात्रा जिला मुख्यालय जबलपुर पहुंचेगी जहां पर किसान संगठन कलेक्टर के नाम कृषि बिलों के विरोध में एवं 2019 के धान भुगतान और 2020 के शेष बचे धान भुगतान सहित अन्य मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सोपेंगे।