सरकारी सिस्टम ठीक ढंग से अमल ना होने का नतीजा , करोड़ों के प्रोजेक्ट पर घूम रहे मवेशी
एनएमटी बस स्टैंड से मदनमहल स्टेशन तक
-
: 1.2 किमी.लंबाई, 4 मीटर साइकिल ट्रेक की चौड़ाई
-
: 3 मीटर चौड़ा पैदल ट्रेक
-
: 7.15 करोड़ निर्माण की लागत
-
: एनएमटी कटंगा से ग्वारीघाट तक
-
: 5.5 किमी. लंबाई , 2.5 किमी.साइकिल ट्रेक की चौड़ाई
-
: 4.32 करोड़ निर्माण लागत
हैक्सी साइकिल प्रोजेक्ट ये था – :
-
: 100 स्थान पर बनने थे डॉकिंग स्टेशन
-
: 35 डॉकिंग स्टेशन ही बने
-
: 10 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ था प्रोजेक्ट
मध्यप्रदेश/जबलपुर(Jabalpur) – : शहर में दो नॉन मोटराइज ट्रेक एनएमटी(NMT) के निर्माण पर 11 करोड़ से ज्यादा की राशि अभी तक खर्च कर दी गई। डॉकिंग स्टेशन बनाए गए, आसान, सेहतमंद और प्रदूषण रहित परिवहन सुविधा मुहैया कराने का ढिंढोरा पीटा गया। परन्तु शहर वासियों को साइकिल की सवारी कराने चालू भी किया गया स्मार्ट सिटी का पब्लिक बाइक शेयरिंग प्रोजेक्ट साल भर भी नहीं चल सका। हैक्सी साइकिल के प्रोजेक्ट का पैकअप हो गया है। पीपीपी मोड पर ये सेवा मुहैया कराने वाली हीरो साइकिल के प्रतिनिधियों ने कहा की साइकिल में लगातार टूट-फूट होने के कारण कंपनी को बड़ा नुकसान पहुंचा है।इसी कारण से इस प्रोजेक्ट से हाथ पीछे खींचना पड़ा। अब मिली जानकारी के अनुसार प्रोजेक्ट पर ठीक ढंग से क्रियान्वयन न होने का नतीजा रहा की साइकिल के पहिए थम गए। जबकि यही सुविधा भोपाल व इंदौर में व्यवस्थित ढंग से संचालित हो रही है और हजारों लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।
हॉकिंग स्टैंड में हो रही पार्किग – :
पब्लिक बाइक शेयरिंग के लिए शहर के अलग-अगल क्षेत्र में डॉकिंग स्टेशन बनाए गए थे। अब इन स्थानों पर साइकिल तो रहीं नहीं कार से लेकर दो पहिया और मालवाहक वाहनों की अवैध पार्किग की जा रही है। एनएमटी 1 में डम्पिंग कटंगा से ग्वारीघाट मार्ग पर बनाए गए एनएमटी में ज्यादातर स्थान पर निर्माण सामग्री की डम्पिंग की जा रही है। इसी प्रकार यहाँ पर फल और सब्जी की दुकान लग रही हैं। अब यहाँ पर लोगों के द्वारा ट्रेक पर कारों की पार्किग की जा रही है।
एनएमटी 2 अभी अधूरा है – :
मदन महल रेलवे स्टेशन से ज्योति टॉकीज के बीच बनने वाला एनएमटी अभी भी अधूरा है। केवल रेलवे स्टेशन के छोर में ही कुछ दूरी तक ट्रेक बनकर तैयार हो सका है। साइकिल में लगातार तोडफ़ोड़-पब्लिक बाइक शेयरिंग प्रोजेक्ट के तहत हीरो कंपनी ने शहर में 500 से ज्यादा साइकिल उतारी थीं। इनकी संख्या और भी बढऩी थी, लेकिन ज्यादातर डॉकिंग स्टेशन में रखी साइकिलों में लोगों ने तोडफ़ोड़ की जा रही है । अब कई साइकिल को चोरी कर के ले जाने की कोशिश भी की जा रही है ।