- अफ़वाह के चलते हुआ प्रदर्शन
- कलेक्ट्रेट ऑफिस तक पहुंचे ग्रामवासी
- सर्वे करने वालों को समझा बच्चा चोर
पेटलावद / गरिमा श्रीवास्तव :- मामला पेटलावद क्षेत्र के गांव घुघरी का है। जहाँ 8 अगस्त को सर्वे करने वाले 3 लड़को और 2 लड़कियों को ग्रामवासियों ने बच्चा चोर गिरोही बना दिया। यह अफवाह गांव में कुछ ही वक़्त में जंगल में आग की तरह फ़ैल गई।
बस फिर क्या था ग्रामवासियों ने उन्हें बच्चाचोर समझ लिया वो 5 युवक युवतियां बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाने के लिए एक गांव में शरण लिए जहाँ कुछ लोगों ने उनकी मदद की। मौके पर पुलिस घटनास्थल पर पहुँच गई। जिसके बाद जब पुलिस आक्रामक भीड़ से उन लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी उस दौरान भीड़ ने पुलिस की गाड़ी पर जमकर पथराव किया जिसके बाद जीप के कांच टूट गए और बचाव में एक पुलिसकर्मी का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया।
जाँच के बाद पुलिस टीम ने 13 नामजद लोगों सहित कई अज्ञात लोगों पर केस दर्ज़ कर लिया। जिसके बाद अब नया मामला उभर कर सामने आया है।
आपको बता दें कि ग्रामवासी केस दर्ज़ लोगों का समर्थन करते हुए और केस की वापस मांग हेतु कलेक्ट्रेट पहुँच चुके हैं। अब इन ग्रामवासियों की यह मांग है कि पेटलावद टीआई के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कराई जाए साथ ही साथ केस वापसी की भी मांग की गयी है। गांव वालों का कहना है कि गिरफ्तारी की कार्रवाई रोकी जाए। जब तक यह नहीं होता तब तक कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन चालू रहेगा।
कलेक्टर कार्यालय के सामने गांव के लोग और जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) कार्यकर्ता बुधवार को भी धरने पर बैठे रहे। उन्होंने रात भी यहीं गुजारी। बुधवार को दिन में सबका खाना यहां बनाया गया और शाम को जयस ने आमरण अनशन की घोषणा कर दी। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जयस के समर्थन के खड़े हो चुके कमलेश्वर डोडियार के साथ कुल 6 कार्यकर्ताओं ने अनशन शुरू कर दिया।
ग्रामवासियों का कहना है कि पुलिस ने गांव के उन लोगों पर भी केस दर्ज़ किया है जो उस दिन मौजूद भी नहीं थे।
अब देखना है कि इन प्रदर्शन के बाद कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों की क्या प्रतिक्रिया रहती है।