मैहर से गिरफ्तार हुए दो और आरोपी
,यदि पुलिस सूझबूझ न दिखाती तो सांप्रदायिक लपटों में झुलस जाता दमोह
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट : – सोमवार की रात चाकूबाजी की घटना में हुई युवक की मौत के बाद पुलिस ने हत्या में शामिल दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह पकड़े गए आरोपियों की संख्या 6 हो गई है। जबकि घटना का एक आरोपी पुलिस अभिरक्षा में अभी उपचार रत है।
घटना के संबंध में गौरतलब है कि सोमवार की रात्रि बजरिया वार्ड नंबर 5 में चमड़ा फैक्ट्री के पास दो पक्षों में पेशाब करने को लेकर विवाद हो गया था। जिसके बात एक समुदाय विशेष के लोगों ने दो युवकों पर चाकू से वार कर दिए थे। जिसके बाद अजय मुड़ा नामक युवक की मौत हो गई थी जबकि संजीव मुड़ा जबलपुर में उपचार रत है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ही पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था तथा रात में ही 4 आरोपियों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी कर ली थी। इसके बाद हिंदू संगठनों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया गया तथा आरोपियों को गिरफ्तार तथा मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग पुलिस अधीक्षक से की थी। इसके बाद पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही घटना में संलिप्त दो और आरोपियों को मैहर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी एवं कोतवाली टीआई एच आर पांडे ने बताया कि तमीम कुरैशी तथा कल्लू उर्फ ताहिर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस तरह अभी तक पुलिस गिरफ्त में छह आरोपी आ चुके है। जबकि मामले का मुख्य आरोपी रियाज कुरेशी पुलिस अभिरक्षा में ही अस्पताल में उपचार रत है।
14 बार बना है प्रकरण : –
नगर पुलिस अधीक्षक तिवारी ने बताया कि सात नामजद एवं सात-आठ अन्य इस तरह करीब 14 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार लगी हुई है। उन्होंने दोहराया कि यह कोई सांप्रदायिक मामला नहीं है वरन मात्र पेशाब करने पर से उपजा विवाद है।
सूझबूझ से टला बड़ा बवाल : –
पूरे मामले में उल्लेखनीय है कि यदि पुलिस सतर्कता और गंभीरता नहीं बरतती तो संभव है कि इस हत्याकांड की लपटें पूरे दमोह जिले को अपनी चपेट में ले लेती। क्योंकि जिस तरह से यह पूरा मामला सांप्रदायिक रंग ले रहा था उससे इतना तो तय है कि दो पक्षों का विवाद दो संप्रदायों का विवाद बन जाता तथा एक उग्र रूप ले सकता था। लेकिन पुलिस ने जिस सूझबूझ से तत्काल पूरे मामले में गंभीरता दिखा कर आरोपियों की गिरफ्तारी की तथा मामले का पटाक्षेप किया उससे एक बड़ा सांप्रदायिक तनाव होने से बच गया।
सोशल मीडिया पर नजर : –
पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान के निर्देश के बाद साइबर सेल द्वारा सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। व्हाट्सएप तथा फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से किसी तरह का दुष्प्रचार न किया जाए इसके लिए साइबर सेल की टीम नजर बनाए हुए है। यदि किसी व्यक्ति द्वारा किसी तरह की भ्रामक अफवाह फैलाई जाती है तो उसके विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया जाएगा।