काबुल एयरपोर्ट पर 2 बड़े धमाके, 80 की मौत, 200 से ज्यादा जख्मी, अमेरिकी राष्ट्रपति बोले, आतंकियों को ढूंढकर मारेंगे
अफगानिस्तान : एयरपोर्ट के पास गुरुवार को हुए दो धमाकों से राजधानी काबुल लहू का दरिया बन गई। घटना के बाद एयरपोर्ट से लगे नाले में शवों और घायलों का ढेर लग गया। जब लोगों को निकाला गया तो नाले का पानी लाल हो गया। रिपोर्ट्स में बताया गया कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। दूसरी तरफ घटना के बाद लोगों में दहशत फैल गई। आलम यह था कि जिसे जो मिला, उसी से अपनों को अस्पताल पहुंचाने में जुट गया।
अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक, अब तक 80 लोग मारे जा चुके हैं और 200 से ज्यादा जख्मी हैं। वहीं, तालिबान ने अब तक 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। तालिबान ने इसे आतंकी हमला बताया है। एयरपोर्ट पर एक शख्स ने बताया कि उसकी गोद में ही उसके बच्चे की मौत हो गई।
इधर, न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल कैनेथ मैकेंजी ने कहा है कि मरने वालों में 12 मरीन कमांडो शामिल हैं, जबकि 15 घायल हैं। काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट हमले की निंदा करते हुए कहा कि सैनिकों की मौत बेहद दुखद है, दूसरों की जान बचाने में अमेरिकी सैनिकों का बलिदान हम कभी भुलेंगे नहीं और ना ही माफ करेंगे। हम आतंकियों को ढूंढकर मारेंगे। सैनिकों के परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे और अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे, हमारा मिशन जारी रहेगा, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फौज भी भेजेंगे।
बहरहाल, काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है। गुरुवार को ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा था कि फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं वहां से तुरंत हट जाएं।