MP में बढ़ा Black Fungus का खतरा, इलाज के लिए सरकार ले रही अमेरिकी एक्सपर्ट्स डॉक्टर्स की मदद, मंत्री विश्वास सारंग ने कही ये बात
मध्यप्रदेश/भोपाल – कोरोना के बढ़ते कहर के बीच ब्लैक फंगस नई मुसीबत बनता जा रहा हैं। हमीदिया अस्पताल में ब्लैक फंगस के 06 और पालीवाल अस्पताल में 01 मरीज मिला। एम्स में इंफेक्शन से संक्रमित 1 मरीज पहुंचा। वहीं संक्रमित मरीजों में से एक को अपनी आंख गंवानी पड़ी तो दूसरे मरीज की सर्जरी करनी पड़ी। भोपाल के साथ जबलपुर में भी इंफेक्शन के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ हैं।
बताया जा रहा है कोरोना से पीड़ित होने के बाद स्टारायेड के ओवरडोज के कारण भी यह संक्रमण अटैक करता हैं। कोरोना का इलाज करा चुके मरीज़ों में खासतौर से जिन्हें ऑक्सीजन का सपोर्ट लेना पड़ा या स्टेरॉयड की ओवरडोज हुई उनमें ये फंगस पनप रही हैं। फंगस आंख, नाक, कान या ब्रेन में भी हो सकती हैं।
वहीं, ब्लैक फंगल इंफेक्शन के मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकार अलर्ट मोड पर हैं। फंगल इन्फेक्शन की रोकथाम और इलाज के लिए सरकार अमेरिकी एक्सपर्ट्स डॉक्टर्स की मदद ले रही हैं। सरकार इसके लिए रोडमैप बना रही है ताकि इस नई परेशानी को बढ़ने से पहले ही रोक दिया जाए।
बता दे कि बुधवार को ब्लैक फंगस के बढ़ते इंफेक्शन को लेकर हमीदिया अस्पताल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और डॉक्टर्स, अधिकारियों की आपात बैठक हुई। इसमें अमेरिकी डॉक्टर मनोज जैन से बीमारी से निपटने के उपाय करने पर डेढ़ घंटे चर्चा हुई। डॉ मनोज जैन ने इस से निपटने के लिए कई सुझाव इस बैठक में दिए। जिसपर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सुझावों पर अब मध्यप्रदेश में अमल किया जाएगा।
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पहले फेज में गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल और जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में यूनिट शुरू की जा रही हैं। भोपाल और जबलपुर में 10-10 बिस्तर की यूनिट जल्द ही शुरू की जाएंगी। ब्लैक फंगस इंफेक्शन से निपटने के लिए चार विंग काम करेंगी। इनमें ENT, नेत्र रोग विभाग, न्यूरोलॉजी और मेडिसन को मिलाकर एक यूनिट बनाई गई हैं। सर्जरी के लिए नॉन कोविड और कोविड पॉज़िटिव मरीजों के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर (OT) की व्यवस्था भी की जा रही हैं।