CM बनने वाले रहते है "दुःखी", पता नहीं कब हटा दिया जाए, नहीं रहता इसका भरोसा : नितिन गडकरी

जयपुर : भारतीय जनता पार्टी द्वारा हालही के दिनों में कई मुख्यमंत्रियों को अचानक बदल दिया गया है। पहले उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को लाया गया, बाद में उन्हें भी बदलकर पुष्कर सिंह धामी को लाया गया। फिर कर्नाटक में बीएस. येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को लाया गया और अब गुजरात में विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा असम में भी चुनाव के बाद इस बार सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री ना बनाकर हिमंत बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया है। 

भाजपा शासित राज्यों में मुख्यमंत्रियों के बदले जाने की कवायद लगातार जारी है, जिसको लेकर विपक्ष लगातार तंज कसा रहा है। लेकिन इसी बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इसको लेकर कुछ ऐसा बयान दे डाला है जो इस समय चर्चा का विषय बन चूका है। नितिन गडकरी ने कहा कि जो मुख्यमंत्री बनते हैं, वो इसलिए परेशान रहते हैं कि पता नहीं कब हटा दिया जाए। 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आजकल हर किसी की समस्या है, हर कोई दुखी है। विधायक इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मंत्री नहीं बन पाए। मंत्री इसलिए दुखी हैं, क्योंकि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला। अच्छे विभाग वाले इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। जो मुख्यमंत्री बन पाए वो इसलिए दुखी हैं, क्योंकि कब रहेंगे और कब जाएंगे, इसका भरोसा नहीं है। 

खास बात ये है कि नितिन गडकरी का ये बयान तब आया है, जब बीते दिन ही गुजरात में भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। नितिन गडकरी ने ये बयां सोमवार को राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान दिया। मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। नितिन गडकरी के इस बयान भी देशभर में चर्चाएं ज़ोरो पर हो रहीं हैं। 

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