कोरोना संकट के बीच इनकी प्रेम कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है

भोपाल डेस्क (गौतम कुमार): कोरोना संकटकाल के दौरान डॉक्टरों के प्रेम की ख़बरें दुनिया के उत्साहवर्धन का काम कर रही है। एक खबर इटली से आई थी जिसने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी। अब दूसरी खबर मध्य प्रदेश से आई है। पेशे से डॉक्टर, धीरज बामनिया और उनकी मंगेतर शीतल डुडवे की कुछ दिनों पहले ही सगाई हुई थी, अप्रील माह में शादी की तारीख तय हुई थी। लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस ने पूरे दुनिया को संकट में डाल दिया।

ऐसे में इस दंपति ने फैसला किया कि शादी तो बाद में भी की जा सकती है लेकिन पेशा और पेशे का धर्म पहली प्राथमिकता है। अपने इसी दायित्व का निर्वहन करते हुए इन्होने अपनी शादी की तारिख ताल दी। दोनों का मिलना भी नहीं हो पा रहा है। ड्यूटी के बाद जब घर वापस आते हैं तो फोन पर घंटों बात करते हैं औरब अपना दुःख-सुख साझा करते हैं, साथ-साथ क्षेत्र का हाल भी जानना नहीं भूलते, वहीं आपस में एक-दूसरे को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन अच्छी तरह से करने की बात भी कहने से नहीं चूकते।

बता दें कि डॉ धीरज बामनिया बड़वानी के ग्राम चाचरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हैं तो वहीं खरगोन के मोहना ग्राम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उनकी मंगेतर डॉ शीतल डुडवे की पदस्थापना है। यूँ तो इनकी लव मैरेज है लेकिन परिवार की सहमति से। 

कर्तव्य की कसौटी पर खरा उतरने का मौका बहुत कम आता है और यह ऐसा ही समय है। जब हम खुद को कर्तव्य की कसौटी पर कस कर देख सकें कि हमारे अंदर अपने कर्तव्य के प्रति कितनी त्याग और निष्ठा की भावना है। डॉ धीरज बामनिया दंपति प्रतिदिन अपनी ओपीडी संचालित कर ग्रामवासियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराकर अपने पदेन दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस से बचाव हेतु रखी जाने वाली सावधानियां एवं बरती जाने वाली सतर्कता के बारे में भी बता कर अपना सामाजिक फर्ज निभा रहे हैं।

बड़वानी से संवाददाता हेमंत नाग्झिरिया की रिपोर्ट 

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