गुलाबी रंग के पानी के कारण मशहूर है ये झील
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के किनारे मौजूद हीलियर झील (Hillier Lake) नाम की ये झील अपने गुलाबी रंग के पानी के कारण काफी मशहूर है | जो लोग ऑस्ट्रेलिया जाते हैं वो लोग इस झील को देखना नहीं भूलते हैं | गुलाबी रंग की झील यहां का अलग ही अट्रैक्शन है | इसी कारण ये हीलियर झील सोशल मीडिया पर भी काफी पॉपुलर है |
बता दें कि हीलियर झील 600 मीटर (2,000 फीट) लंबी है और 250 मीटर (820 फीट) चौड़ी है | ये झील अपने चारों ओर से पेपरबार्क और यूकेलिप्टस नामक पेड़ों से घिरी हुई है | यह झील 15 जनवरी, 1802 में इंग्लैंड के नाविक मैथ्यू फ्लिंडर्स द्वारा खोजी गई है |
यह झील प्रशांत महासागर के पास मौजूद है, जिसके कारण इस झील का गुलाबी रंग और महासागर का नीला रंग बहुत शानदार नजारा बनाता है | बताया जाता है कि हीलियर झील में मौजूद डुनालीला सलीना माइक्रोगैनिज़्म है | जिसके कारण इसमें पानी का रंग गुलाबी रहता है, क्योंकि डुनालीला सलीना और झील में मौजूद नमक (रेड हेलोफिलिक बैक्टिरिया) मिलकर रेड डाई बनाते हैं, जिससे हीलियर झील में मौजूद पानी गुलाबी रंग का दिखाई देता है |
गौरतलव है कि नमक में मौजूद लाल हेलोफिलिक एक कैरोटीनॉइड होता है, जो एक विशेष लाल रंग छोड़ता है | इस झील में भारी नमक की मात्रा होने के बाद भी इसमें आसानी से तैरने में सुरक्षित रहते है | यहां पहुंचने वाले लोग मज़े से इस झील में स्विमिंग कर सकते हैं |