शराब कांड से प्रशासन ने नहीं लिया सबक, मुरैना में मात्र 4 होमगार्ड जवानों कि नियुक्ति

भोपाल। मुरैना शराब कांड में 2 दर्जन से जादा लोगों कि मौत हों चुकी है। लेकिन लगता है मध्य प्रदेश सरकार इस पूरे घटनाक्रम से सबक लेने को तैयार नहीं है। जिस मुरैना से पूरे शराब कांड की शुरुआत हुई थी, सरकार ने वहां पर सिर्फ 4 होमगार्ड आबकारी विभाग को दिए हैं। दरअसल शनिवार को राज्य सरकार ने आबकारी विभाग को मदद के लिए 400 होमगार्ड के जवान दिए हैं। यह होमगार्ड प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान में मदद के लिए दिए गए हैं। इस सम्बन्ध में देर शाम गृह विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया था।

इसके अलावा सबसे ज्यादा 31 जवान भोपाल जिले को दिए गए हैं। जबकि सिवनी और गुना जिले को मात्र 1-1 जवान दिए गए हैं। वहीँ आबकारी विभाग के मुख्यालय ग्वालियर और इंदौर को 25-25, जबलपुर को 20 और उज्जैन को 19 जवान दिए गए हैं। उमरिया और रतलाम में 2-2 होमगार्ड जवान आबकारी विभाग की मदद करेंगे।

सूत्रों के अनुसार शराब कांड की जाँच के लिए गठित SIT ने होमेगौर्ड जवानों कि नियुक्ति कि सिफारिश कि थी। जिसके बाद गृह विभाग ने आदेश जारी किया है। गौरतलब है कि शराब कांड के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इस प्रकार कि घटना दोबारा होने पर संभाग के कमिश्नर और आईजी कि जवाबदेही भी तय की गई थी।

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