भोपाल:- जल संसाधन में 16 इंजीनियर फर्जी, इस तरह से कर रहे नौकरी
भोपाल:- जल संसाधन विभाग में इंजीनियरों के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाकर 16 इंजीनियर जल संसाधन विभाग में नौकरी कर रहे हैं.
दूसरी तरफ मछली पालन विभाग में भी 5 सहायक संचालकों के खिलाफ भी जांच शुरू हो चुकी है.आयुक्त अनुसूचित जाति से इंजीनियरों की सूची मिलते ही जल संसाधन विभाग ने चीफ इंजीनियरों से उनके रिकॉर्ड तलब किए हैं. दूसरी तरफ भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा के मामले में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने 90 दिन का अल्टीमेटम जारी किया है.इसके बाद खंडवा एसपी ने जांच की फाइल ढूंढने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी करने के साथ-साथ पदोन्नति का लाभ उठाने का सिलसिला कई सालों से लगातार चलता चला आ रहा है.एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 2000 पदों पर अधिकारी और कर्मचारी फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी कर रहे हैं इनमें से 835 के खिलाफ तो विभिन्न पुलिस थानों में एफ आई आर दर्ज की जा चुकी है. इनमें से 604 के खिलाफ न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया जा चुका है.
अब नया मामला जल संसाधन विभाग में 16 इंजीनियरों का सामने आया है. छानबीन समिति ने जल संसाधन विभाग के 16 इंजीनियरों से जाति प्रमाण पत्र और संदेहास्पद पाए गए हैं.इस संबंध में अपर संचालक अनुसूचित जाति संजय वार्ष्णेय ने जल संसाधन विभाग के उप सचिव को 12 जनवरी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है.