सिहोरा : SDM ने बंदरकोला में पकड़ी बड़ी गड़बड़ी,समितियों ने खरीद लिया था 1100 क्विंटल अमानक धान, बिचौलिए की 153 क्विंटल धान की जप्त
- राजस्व अमले के साथ अचानक उपार्जन केंद्र पहुंचे एसडीएम
- केंद्र में दलालों में मचा हड़कंप, लंबे समय से मिल रही थी शिकायत
द लोकनीति डेस्क सिहोरा
समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खरीद में व्यापारी और बिचौलियों लंबी सांठगांठ कर किसानों का हक मार रहे। सूत्रों की माने तो इस मिलीभगत के खेल में समिति के कर्मचारी भी शामिल हैं। शुक्रवार को सिहोरा तहसील बंदर कोला खरीद केंद्र में ऐसी ही गड़बड़ी को सिहोरा एसडीएम ने पकड़ा। 4 समितियों के केंद्र में करीब 11सौ क्विंटल धान अमानक ऑनलाइन खरीद ली गई थी। जिसे एसडीएम ने रिजेक्ट कर वापस लौटा दिया। इसके अलावा 153 क्विंटल माल ना ऐसे क्यों लावारिस हालत में खरीदी केंद्र में पड़ा मिला। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह धान किसी व्यापारी की थी जो सांठगांठ कर समिति में बेचने की फिराक में था। एसडीएम ने संबंधित धान को शासकीय अभिरक्षा में लेते हुए जप्त कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक बन्दरकोला खरीदी केंद्र में लगातार इस तरीके की शिकायतें मिल रही थी कि रिजेक्ट माल को खरीदा जा रहा है। जिसको लेकर एसडीएम चंद्र प्रताप गोहिल शुक्रवार को धान उपार्जन केंद्र पहुंची। औचक निरीक्षण के दौरान जांच करने पर समितियों द्वारा खरीदा गया करीब 11सौ क्विंटल धान पूरी तरह रिजेक्ट निकला। एसडीएम ने पूरे माल को रिजेक्ट कर वापस लौटाने के निर्देश संबंधित समितियों के प्रबंधकों और खरीदी प्रभारियों को दिए।
153 क्विंटल नान एफएक्यू माल किया जप्त
खरीदी केंद्र के निरीक्षण के दौरान एसडीएम चंद्र प्रताप गोहिल नायब तहसीलदार राकेश चौरसिया, नायब तहसीलदार रूबी खान के अलावा आरआईएनएल पांडे और राजस्व अमले ने खरीदी केंद्र में बड़ी मात्रा में नान एफएक्यू माला वारसी की स्थिति में पड़ा देखा। जिसकी मात्रा करीब 113 क्विंटल के आसपास थी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह माल किसी व्यापारी का था जो समिति में सांठगांठ कर बेचने की फिराक में लेकर आया था। एसडीएम ने संबंधित धान को शासकीय अभिरक्षा में लेते हुए जप्त कर लिया है।
व्यापारियों और बिचौलियों में मचा हड़कंप
एसडीएम के अचानक धन उपार्जन केंद्र पहुंचने पर व्यापारी और बिचौलियों में हड़कंप मच गया एसडीएम ने चारों खरीदी केंद्र का निरीक्षण के अलावा वहां चल रही धान की गुणवत्ता देखी, साथ ही किसानों को मिलने वाली तौल पर्ची तौल की मात्रा देखी। एसडीएम ने सभी खरीदी प्रदा प्रभारियों को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में बिचौलियों और व्यापारियों का माल नहीं आना चाहिए। शासन के स्पष्ट निर्देश है कि अच्छा और खाना हुआ क्वालिटी का माल ही समितियों में खरीदा जाए।