सिहोरा: ख़बर का असर ,मझगवां महिला शिक्षिका आत्महत्या के मामले में सास ससुर औेर पति पर दहेज़ हत्या का मामला दर्ज, देखें video

सिहोरा: ख़बर का असर ,मझगवां महिला शिक्षिका आत्महत्या के मामले में सास ससुर औेर पति पर दहेज़ हत्या का मामला दर्ज देखें video

 

देखें video –https://www.facebook.com/watch/?v=1198558203855801

द लोकनीति डेस्क सिहोरा
कहते है यह धरती ऊपर वाले ने ऐसी बनाई है जो जैसा करता है वह वैसा भरता है , अच्छा- बुरा सब यही तो कटने वाला है ।आप किसी के साथ गलत करे तो आपके साथ भी गलत होगा यही न्याय संगत भी है। आज का केस भी कुछ ऐसा ही है ।

ताजा जानकारी में इस मामले को लेकर हमारी सिहोरा एसडीओपी से बात हुई 
तो उन्होंने बताया
 मझगंवा थाना क्षेत्र में विगत 3 अक्टूबर को शिक्षिका ज्योति हलदकार अपने बेटे 4 वर्षीय पार्थ को लेकर स्कूल गई थी फिर दोनों के शव व स्कूटी नहर से बरामद की गई थी उक्त मामले की जांच के दौरान मृतका के मायके पक्ष के बयान के आधार पर सेना में कार्यरत पति धर्मेंद्र कुशवाहा ससुर सोनेलाल कुशवाहा और सास सगुन भाई के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर पति व ससुर को गिरफ्तार किया गया है। 

IPS श्रुतकीर्ति सोमवंशी 
SDOP सिहोरा 

“मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की ” ज्योति के पिता

बेटियों की सुरक्षा को लेकर लगातार समाज में दावे तो बहुत किये जाते है लेकिन हक़ीक़त ये है कि आज भी दहेज़ के नाम पर बेटियों को इतना शारीरिक और मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया जाता है कि वे इस प्रताड़ना को सहते -सहते पस्त होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाती है। 

                           

ताजा मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील के मझगंवा थाना क्षेत्र में सामने आया। आखिर उसके साथ ऐसा क्या हुआ जिसके चलते उसने अपने तीन साल के मासूम बेटे के साथ नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। वही इस पूरे मामले में लड़की के पिता ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए है कि मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती उसे इतना प्रताड़ित किया गया कि वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो गई। 

ये है पूरा मामला 
मझगवां निवासी शिक्षिका ज्योत्सना उर्फ़ ज्योति काछी (30) शनिवार 3 अक्टूबर को अपने घर से स्कूल जाने का कहकर निकली थी, लेकिन वही स्कूल नहीं पहुंची। दोपहर करीब 1:30 बजे के लगभग सिंघुली गांव के पास बरगी दायीं नहर में ज्योत्सना का शव गांव के लोगों ने देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी यह भी लगी कि वह अपने 3 साल के बच्चे पार्ट को भी साथ में लेकर गई थी लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।  4 अक्टूबर की सुबह नहर में मिला बच्चे का शव और स्कूटी पुलिस ने जब बच्चे और स्कूटी की खोजबीन के लिए अभियान चलाया तो रविवार सुबह घटनास्थल से करीब 80 मीटर दूर गहरे पानी में  3 साल के बेटे पार्थ का शव नहर में पुलिस ने ढूंढ निकाला। कुछ ही दूरी पर नहर में शिक्षकों की स्कूटी हुई पुलिस ने बरामद कर ली थी। 

पिता ने बेटी के इस क़दम पर बयां किया अपना दर्द और फ़फ़क -फ़फ़क कर रोने लगे 
 “द लोकनीति टीम ” ज्योत्सना के मायके अतरसूमा उनके घर पहुंची तो पिता जगन्नाथ प्रसाद हल्दकार ने बताया कि मेरी बेटी का हंसमुख स्वभाव था ,वो परिवार को लेकर चलती थी। शादी के बाद जब वह घर आयी तो उसने कहा – “पापा आपने शादी तो मेरी कर दी लेकिन दहेज़ में फोर व्हीलर नहीं दी ” जिसको लेकर ससुराल वाले नाखुश है। मैंने शादी के समय दहेज़ में दामाद धर्मेंद्र के पिता को नगद 50 हज़ार दिए थे ,एवं 1 लाख की FD ज्योत्सना के नाम की थी। इसके बाद भी उसके ससुराल वाले दहेज़ कम लाने की बात कहकर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। घटना के एक दिन पहले उसके साथ ससुराल वालों ने मारपीट की होगी जिसके चलते उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। “मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती उसे इतना प्रताड़ित किया गया कि वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो गई। ” यह सिर्फ आत्महत्या का मामला नहीं है मैंने इस मामले को लेकर पुलिस को लिखित शिकायती पत्र दिया है कि दामाद ,सास और ससुर के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने का मामला दर्ज करने  की मांग की है।  मुझे मेरी बेटी के लिए न्याय चाहिए।

 माँ बोली -जिन लोगो के कारण यह हुआ उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए….

 

माँ माया हल्दकार रुँधे स्वर में कहती है कि मेरी बेटी अपने ससुराल (घर) को बचाना चाहती थी इसलिए बार -बार वह सिर्फ सहन करती गई। हमने कई बार उनके खिलाफ शिकायत के लिए बोला लेकिन वह आशावादी थी उसे लगता था एक न एकदिन सब ठीक हो जायेगा। दामाद कहते थे कि शादी मेरे मन की नहीं है मैं तलाक़ दे दूँगा ,आप अपनी बेटी को अपने घर में रखो। बीच में दामाद धर्मेंद्र काछी ने फ़ोन में लड़ते हुए हमारे पूरे घर की हत्या करनी की बात कही थी। ये लोग मेरी बेटी को दहेज़ के लालच में खा गए। हमारी तो एक ही बेटी थी और फूल की तरह कोमल हमारा नाती अब इस दुनिया में नहीं रहा लेकिन जिन लोगो के कारण यह हुआ उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। 

बड़ा सवाल – घटना के एकदिन पहले ऐसा क्या हुआ कि ज्योत्सना ने इतना बड़ा कदम उठा लिया ?? रोजाना स्कूल के लिए जानी वाली महिला शिक्षिका अपना फ़ोन घर पर छोड़ आती है ,और कभी बच्चे को साथ में नहीं ले जाती थी लेकिन घटना के दिन वह अपने बच्चे के साथ स्कूटी से स्कूल जाने के लिए कहकर निकलती है और दोपहर में उसकी लाश नहर में उतराती मिलती है ?? 

इनका कहना 
 ज्योत्सना (महिला शिक्षिका ) और उसके पति धर्मेंद्र काछी का मोबाइल जब्त कर लिया गया है ,जिसकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। लड़की के परिजनों ने ससुराल पक्ष के लोगों पर दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने और मारपीट की लिखित शिकायत की है। जिसकी जांच की जा रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आयंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। 

अन्नी लाल सरेआम ,थाना प्रभारी मझगवाँ 

Exit mobile version