टांग दूंगा, लटका दूंगा सब कुछ झूठ और फरेब है, भू-माफिया हैं शिवराज के चहेते, जिस माफिया पर हुआ था केस दर्ज, वह बने बीजेपी प्रदेश सहसंयोजक
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव :- मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार बार-बार यह बड़े दावे करती है कि वह प्रदेश से माफिया को जड़ से खत्म कर देगी.. पर यहां तो तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है. शिवराज सिंह चौहान की सभी वादे धरे के धरे रह जाते हैं.
कमलनाथ की सरकार में राजधानी की सबसे विवादित रोहित हाउसिंग सोसायटी के मास्टरमाइंड घनश्याम सिंह राजपूत व संचालक मंडल में रहे 24 पदाधिकारियों पर ईओडब्लू ने शिकंजा कसा था. घनश्याम सिंह राजपूत के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत 2009 में हुई थी.. लेकिन उसके रसूख के आगे बार-बार जांच एजेंसियों की फाइलें बंद हो जाती थी. घनश्याम सिंह राजपूत ने खुद और अपनी पत्नी के नाम से सोसाइटी में 2003 में दो प्लाट ठीक है और इसके बाद वह 2005 में षड्यंत्र करके सोसाइटी के संचालक मंडल में शामिल हो गया. इसके बाद घनश्याम सिंह राजपूत ने कई बड़े घोटाले किए
घनश्याम राजपूत रेलवे में क्लर्क था. 2007 में सीबीआई ने राजपूत के घर से रोहित सोसाइटी की 137 बेनामी संपत्ति के दस्तावेज जप्त किए थे जिसके बाद में रेलवे से सस्पेंड हो गया था. लेकिन उसका ठाठ बहुत पहले जैसा ही बना रहा…
भाजपा सरकार आने पर भू माफिया बना प्रदेश सह संयोजक:-
मध्यप्रदेश में 20 मार्च को सत्ता पलट हुआ.. 20 मार्च को ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया. शिवराज सिंह चौहान बार-बार याद आवे करते हैं कि वह भू माफियाओं को टांग देंगे लटका देंगे, पर यह क्या यह भू माफिया प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना प्रकोष्ठ भाजपा मध्य प्रदेश का प्रदेश सह संयोजक बना हुआ है.
ऐसे में जनता यह कैसे विश्वास करें कि शिवराज सिंह चौहान की है सरकार भू माफिया को खत्म करेगी. यहां तो माफिया ही शिवराज के चहेते बने हुए हैं….