शिवपुरी : जिला कलेक्टर का तुगलकी अंदाज़, शिक्षकों से करवा रही पुलिसबल के साथ नाईट ड्यूटी

शिवपुरी 

देश और प्रदेश दोनों ही जगह लॉक डाउन चल रहा है। रेड जोन में आने वाले सभी जिलों के बॉर्डर भी या तो सील हैं या पुलिस के कड़े पहरेदारी में हैं। लेकिन अगर मै आपको कहूँ कि प्रदेश के शिवपुरी जिले में पुलिसवालों के साथ वहां के सरकारी शिक्षक भी रात के समय पहरा दे रहे हैं तो क्या कहेंगे ? आपको जो कहना है कहियेगा पर सच बात तो यह है कि ऐसा हुआ है। 

शिवपुरी कलेक्टर का आदेश 

शिवपुरी जिला कलेक्टर अनुग्रहा. पी. IAS ने ऐसा ही किया है। उन्होंने अपने जिले के शिक्षकों को आदेश दिया है कि वे लोग रात में पुलिसबल के साथ ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ये लोग ड्यूटी निभा रहे हैं।  शिक्षकों का कहना है कि जबसे कलेक्टर साहिबा आईं है सारा काम धाम छोडकर वह शिक्षकों के पीछे पड़ गई हैं। हमारी छूट्टियाँ काटना तो आम बात हो गई है वह हमे बिना किसी सुचना के कई बार सस्पेंड भी करने से बाज नहीं आती। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उनके खुद के विभाग में वर्ष भर में कई घपले घोटाले और लापरवाही होते हैं लेकिन उन्हें तकलीफ सिर्फ शिक्षकों से है जाने क्यूँ ? 

इस बात से थी नाराज़ 

कलेक्टर साहिबा शिक्षकों के एक बात पर अच्छी खासी नाराज़ थी। दरअसल पिछले दिनों कोरोनावायरस के इंफेक्शन के डर से घबराए शिक्षकों ने केंद्र पर आकर मूल्यांकन करने से इंकार कर दिया था, जिससे नाराज कलेक्टर ने शहर के नामों पर शिक्षकों की नई ड्यूटी लगा दी। 

बता दें कि यह सभी शिक्षक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लगातार पहरा देते है। उनकी गलती सिर्फ इतनी सी थी कि वे कोरोना नामक महामारी से डर गए और लॉकडाउन और सोशल दुरी जैसे नियमों का पालन करते रहे। एक शिक्षक से ऐसी कठीन ड्यूटी करवाना वह भी बिना किसी ट्रेनिंग के ये कहां तक जायज़ है ये तो अनुग्रहा. पी. IAS ही बता पाएंगी। वैसे भी प्रदेश ने कापियों के जांच घर से ही करने के आदेश दिए थे फिर ऐसे में कलेक्टर साहिबा को इससे क्या दिक्कत थी।

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