Bhopal Desk, Gautam
क्या कांग्रेस में सब कुछ ठीक चल रहा है ? भगवान करे ऐसा ही हों पर प्रदेश के दो बड़े नेताओं के हालिया बयानों को सुने तो आपको समझ आएगा की शायद कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सड़क पर उतरने की बात कही तो उसका जवाब सीएम कमलनाथ ने कहा तो उतर जाइए। अब कमलनाथ के इस जवाब पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
रविवार की रात ग्वालियर पहुंचे सिंधिया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान फिर अपनी बात को दोहराए लेकिन इस बार अलग लहजे में उन्होंने कहा, “मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है। मैंने पहले भी कहा है कि सब्र रखना है, क्योंकि अभी एक साल हमें प्रदेश की सत्ता में हुआ है। लेकिन लोगों से किए गए हर वचन को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है और इसे पूरा करना होगा। वचन पूरे न होने की स्थिति में हम बिल्कुल सड़क पर उतरेंगे।”
क्या कहा था सिंधिया ने
बता दें कि 13 फरवरी को टीकमगढ़ में अतिथि शिक्षकों के एक कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा था कि वचन पत्र हमारे लिए ग्रंथ है और इसका एक-एक वाक्य पूरा न हुआ तो खुद को सड़क पर अकेला मत समझना। मैं भी सड़क पर उतरूंगा। इस बयान ने सिएम कमलनाथ और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं भाजपा ने इस बयान की आड़ में प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सिंधिया ने टीकमगढ़ में सड़क पर उतरने का बयान दिया था।
दरअसल, 4 दिन पहले सिंधिया ने टीकमगढ़ में कहा था कि घोषणा पत्र में किया गया एक-एक वाक्य पूरा न हुआ तो वे सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने यह बात अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर कही थी। इसके बाद एक दिन पहले शनिवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने को-आर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग के बाद तल्ख लहजे में कहा था कि सिंधिया को सड़कों पर उतरना है तो उतरें।