खबर जरा हटके:- क्या आपको पता है कि केले के रेशे से बनाया जा रहा है Reusable Sanitary Pad, इसके हैं यह बड़े फायदे, यहां पढ़ें

खबर जरा हटके:- क्या आपको पता है कि केले के रेशे से बनाया जा रहा है Reusable Sanitary Pad, इसके हैं यह बड़े फायदे, यहां पढ़ें

 द लोकनीति डेस्क:गरिमा श्रीवास्तव

 सेनेटरी कचरे का निपटान आसान करने के लिए नई-नई तकनीकी का इजाद किया गया. इसी बीच SAUKHYAM ने केले के फाइबर से पैड बनाने की तरकीब खोज निकाली.
 2017 से केले के फाइबर से सेनेटरी पैड बनाया जा रहा है. यह सेनेटरी पैड रीयूज एबल है यानी कि इससे एक बार यूज करने के बाद दोबारा से यूज किया जा सकता है.. 
 SAUKHYAM पैड की सह निदेशक अंजू बिष्ट ने बताया कि जब से इस तरह की तकनीकी का इस्तेमाल कर सेनेटरी पैड हम बना रहे हैं तब से इसे लेकर हमें पॉजिटिव रिव्यूज मिले हैं.. 


 यंग जनरेशन नई चीजों को ट्राई करने के लिए काफी उत्सुक है. उन्होंने बताया कि एक सेनेटरी पैड बनाने के लिए 6 ग्राम बनाना फाइबर का इस्तेमाल किया जाता है.. 

 कम कीमत में ज्यादा दिन तक इस्तेमाल करने वाली सेनेटरी पैड को गांव की औरतें भी आसानी से Afford कर सकती हैं. दूसरे पैड्स डिस्पोजेबल भी नहीं होते लेकिन सौख्यम पैड्स के साथ ऐसा कोई झंझट नहीं है. इन पैड्स को कटे हुए केले के पेड़ के रेशो से बनाया जाता है. इन रेशो को कपड़े में लपेट कर बनाया जाता है. केले के पेड़ से बनने वाला सैनिटरी पैड रक्त सोखने के काम में ज्यादा अच्छा माना जाता है.. 

इनको धोना और सुखाना बहुत आसान है | गरम पानी की आवश्यकता नहीं. नल से आने वाले पानी में इनको 5 मिनट तक भिगो कर रखिये. इनको फिर निचोड़ कर हल्का सा साबुन लगा कर धो लें. वाशिंग मशीन में भी धो सकते हैं | साधारण तौर इन पर दाग धब्बे नहीं लगते, इसलिए ब्रश से रगड़ने की आवश्यकता नहीं | सुखाने के लिए धूप में डालें तो बेहतरीन है |

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