बड़वानी
अंजड़ नगर शासन द्वारा पहले जनता कर्फ्यू और उसके बाद लॉकडाउन लागू के बाद से आज तक सैलून की दुकान बंद है। अंजड़ नगर के शैलेंद्र सेन संजय सेन ने बताया केलाख डाउन के कारण प्रशासन द्वारा मात्र सलून एवं रेस्टोरेंट संचालन पात्रों को किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी गई है। जिसके चलते शिल्पी परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
परिवार के पालन पोषण करने का जरिया तथा इनके जीवन को आगे बढ़ाने का जरिया भी इनका सैलून ही है। जिसकी इनकम से ये लोग अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं तथा अपने बच्चों का भविष्य भी इसी सैलून की कमाई पर निर्भर रहता है। 45 दिन के लगभग हो चुके हैं और इनकी दुकाने अभी भी बंद है।
इनका कहना है कि “आज हमारे परिवार को चलाने के लिए आर्थिक रूप से हम बहुत कमजोर हो चुके हैं सेन समाज के सभी लोग शासन से आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं क्योंकि अब और कितने दिन हमारी दुकान ने बंद रहेगी यह हम भी नहीं जानते और आगे हमारे परिवार को चलाने के लिए हमारे पास कोई विकल्प नहीं है सेन समाज शासन प्रशासन से मांग करता है हमें भी शासन की ओर से आर्थिक सहायता दी जाए।”