दादाजी धूनी वालों के दरबार (गढ़ी) में गुरु पूर्णिमा पर्व सामूहिक रूप से नहीं मनाया जाएगा
साईंखेड़ा से दीपक अग्रवाल की रिपोर्ट – साईं खेड़ा का प्रसिद्ध दादाजी धूनी वालों का मंदिर प्रदेश ही नहीं देश के कोने कोने में जाना जाता हैं। हर साल गुरु पूर्णिमा पर्व पर यहां पर दादाजी के अनेक भक्त देश के कोने-कोने से आते हैं एवं दो दिवसीय पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है पर इस वर्ष देश में चल रहे कोविड-19 कोरोनावायरस महामारी के कारण प्रशासन के निर्देशानुसार साईं खेड़ा दादाजी दरबार में मनाए जाने वाले दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा पर्व पर किसी भी प्रकार का सामूहिक धार्मिक आयोजन पालकी यात्रा निशान यात्रा जुलूस प्रसाद वितरण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। जिन बदली हुई व्यवस्थाओं के साथ मंदिर खुले हैं उनका पालन अनिवार्य होगा।
प्रशासन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर क्या व्यवस्थाएं कर रहा है अभी तक जानकारी नहीं
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दादाजी धूनी वालों के मंदिर में प्रदेश के कोने-कोने से दर्शनार्थी आते हैं जिसमें भोपाल इंदौर खंडवा बेतूल छिंदवाड़ा रायसेन होशंगाबाद सहित अन्य जिलों से लोग आते हैं। अगर इस वर्ष यह दर्शनार्थी साईं खेड़ा दर्शन करने आएंगे तो प्रशासन को कैसे पता कि अन्य जिलों से आए हैं क्योंकि उनके पास तो कोई परमिशन भी लिखित में नहीं है कि कौन किस जिले से आए हैं ना ही इस संबंध में पुलिस थाने में कोई शांति समिति की बैठक आयोजित की गई।