आईसीसी के चार दिवसीय टेस्ट के प्रस्ताव पर विराट कोहली और रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ियों के विरोध के बाद अब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी इस प्रस्ताव का विरोध किया है. सचिन तेंदुलकर का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट से कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. इसे जिस तरह से खेला जा रहा है वैसे ही खेला जाना चाहिए.
सचिन तेंदुलकर का कहना है कि 1 दिन कम होने से स्पिनर को आख़िरी दिन गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिल पाएगा और यह ठीक वैसा ही है जैसे तेज गेंदबाज को पहले दिन गेंदबाजी ना कराई जाए. साथ ही इससे खेल के विषय में भी खिलाडियों की विचारधारा बदल जाएगी. क्योंकि यदि कोई टीम दूसरे दिन के लंच तक बल्लेबाजी करती है तो फिर केवल ढाई दिन बचते हैं. ऐसा होने से बल्लेबाजों को लगेगा कि यह लिमिटेड ओवर क्रिकेट का बढ़ा फॉर्मेट है.