रीवा – अभी भी 60 हजार घरों में अंधेरा, लाइन सुधारने में लगेंगे पांच दिन और
रीवा से गौरव सिंह की रिपोर्ट – तेज आंधी से बेपटरी विद्युत व्यवस्था छठवें दिन भी नहीं सुधर पाई है। ग्रामीण क्षेत्रों के 60 हजार उपभोक्ताओं के घरों पर अंधेरा है। विद्युत पोल टूटने के कारण यहां विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। विद्युत कंपनी अगले पांच दिनों तक में स्थित सामान्य होने की बात कह रही है। इसके लिए विद्युत पोल लगाने का काम प्रांरभ है।
बीते 28 जून को 70 किलोमीटर की रफ्तार से चले अंधड़ से विद्युत व्यवस्था लडखड़़ा गई है। इसमें सबसे अधिक पश्चिम संभाग प्रभावित है। यहां 400 विद्युत पोल टूटने से तार जमीन पर आ गए है। इसके बाद पूर्वी संभाग, मऊगंज, और त्योंथर में 150-150 से अधिक विद्युत खंभे टूटे है।
अब इन विद्युत खंभों को लगाकर विद्युत सप्लाई बहाल करने का काम चल रहा है, लेकिन इसमें कम से कम पांच दिन का समय और लगेगा। वह भी मौसम साफ होने की स्थिति में। पिछले कई दिनों से बारिश व आंधी के कारण विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुधारने में काफी परेशानी आ रही है।
पांच फीडरों में लो वोल्टेज समस्या दूर
पहडिय़ा स्थित 132 केव्ही टॉवर का पांच दिन बाद सुधार का काम बुधवार को पूरा हो गया है। इससे सुबह 10 बजे से पांच विद्युत फीडरों में बिजली सामान्य हो गई है। 132 केव्ही के टॉवर गिर जाने से पहडिय़ा स्टेशन में पांच फीडरों की बिजली बंद हो गई थी। लो वोल्टेज की समस्या के कारण घरों, पंखे, कूलर व एसी नहीं चल पा रहे थे। इससे लगातार उपभोक्ताओं की शिकातयें बढ़ रही थी।
कार्यपालन यंत्री स्थानांतरित
आंधी के बाद लंबे समय में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण अधीक्षण यंत्री जीडी त्रिपाठी को हटाया गया है। इसके बाद अब शहर संभाग के कार्यपालन यंत्री ओपी द्विवेदी को हटा दिया गया है। शहर संभाग से उनका स्थानांतरण अब कार्यपालन यंत्री रीवा वृत्त किया गया है।
इनका कहना
शहर में विद्युत व्यवस्था बुधवार तक सामान्य हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में पोल टूटने से विद्युत चालू नहीं हो पाई है। इससे 60 हजार उपभोक्ता प्रभावित है। स्थिति सामान्य होने चार से पांच दिन का समय लगेगा।
शरद श्रीवास्वत, अधीक्षण यंत्री रीवा