सिरोंज/लटेरी से कमलेश जाटव की रिपोर्ट – 45 साल के बुजुर्ग का पहली में एडमिशन किया गया था जब जानकारी के अनुसार पता किया वह बुजुर्ग विदिशा जिले का ही नहीं हैं। जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम आनंदपुर में अजीबो गरीब मामला सामने आया आनंदपुर के एक विद्यालय में जिसका नाम अक्षिका एकेडमी स्कूल है नर्सरी में कुछ ऐसे बच्चों का एडमिशन किया गया। जिनकी उम्र महज 2 महीने है जो अभी अपनी मां के बिना रह भी नहीं सकते वही दूसरी ओर, कुछ ऐसे बच्चे भी है, जिनकी उम्र 45 साल की हैं जब माता-पिता उन बच्चों का एडमिशन आनंदपुर के पास रघु इंटरनेशनल में करने जाते हैं तो स्कूल वाले बोलते हैं कि आपका बच्चा तो अक्षिका एकेडमी में,बहुत दिनों से पढ़ रहा है ऐसा ही हाल शांति लोक कल्याण युवा मंडल आनंदपुर संचालक मंडल प्रबंधक समिति का हैं।
भारत सिंह अहिरवार ने बताया कि मेरे बच्चे रौनक का जन्म 2015 मे सतगुरु नगर अस्पताल आनंदपुर में हुआ था लेकिन 2018 में जब बच्चे का एडमिशन के लिए गया तो ऑनलाइन सेंटर वाले ने कहा आपके बच्चे का एडमिशन अक्षिका एकेडमी स्कूल में 2015 में ही हो चुका हैं। जबकि तब उसकी उम्र केवल 2 महीने की थी विद्यालय पर कार्रवाई हो क्योंकि इसने मेरे बच्चे का भविष्य खराब कर दिया हैं। साक्षी के चाचा कमलेश जाटव ने बताया मेरी भतीजी साक्षी जाटव का एडमिशन अक्षिका एकेडमी स्कूल द्वारा 2015 में किया गया जब उसकी उम्र उस समय 1 साल 11 महीने की थी इसकी शिकायत मेरे पिता लल्ली राम जाटव ने आयुक्त एवं कलेक्टर को की है आरटीआई में मुझे मिले दस्तावेजो से जानकारी मिली है यह सब फर्जीवाडा प्रतिपूति, राशि को हड़प करने की मंशा से किया गया हैं।
एसडीएम तन्मय वर्मा का कहना है कि मेरे संज्ञान में मामला आया है जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।