रायसेन : अंधे कत्ल का कोतवाली पुलिस ने किया खुलासा, ये है पूरा मामला 

एक करोड़ की बीमा पालिसी के लालच में आकर भांजी और भाई ने किया था मर्डर
चिकलोद के जंगल में किया था कत्ल

रायसेन से अमित दुबे की रिपोर्ट – आए दिन पुलिस के सामने नए-नए तरीके के केस देखने को मिलते हैं। वहीं कुछ केस इतने उलझे हुए रहते हैं की पुलिस को कड़ी मेहनत के बाद ही सफलता मिल पाती है। वहीं विगत दिनों जिले के चिकलोद के जंगल में अज्ञात तरीके से मृतक के शव को तहस नहस कर आरोपी छोड़कर फरार हो गए थे। उन्हें पता नहीं था कि एक ना एक दिन पुलिस उनके गिरवान को पकड़कर कैद कर लेगी। ऐसा ही मामला का खुलासा मंगलवार को हुआ, जहां पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला द्वारा बताया गया कि विगत दिनों अखिलेश किरार जो कि विदिशा के निवासरत है। उनकी चिकलोद के जंगल में मृत अवस्था में लाश बरामद की गई थी। पुलिस कोतवाली द्वारा कई दिनों से जांच तलाशी की जा रही थी। वहीं आज इस मामले में खुलासा हुआ कि मृतक के परिजन एवं रिश्तेदार ही मुख्य आरोपी निकले। वहीं मृतक का भाई एवं भांजी भी इस मर्डर केस में शामिल रहीं। बताया गया कि मृतक के नाम एक करोड़ की बीमा पालिसी कर रखी थी जिसमें नॉमिनी के चलते उन्होंने अपने भाई को ही मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे घटनाक्रम में थाना कोतवाली रायसेन द्वारा पताशी की गई। साथ ही पुलिस टीम को एसपी द्वारा बधाई देकर सम्मानित किया गया।

 

 

क्या है पूरा मामला 

मृतक की शिनाख्त काफी प्रयास बाद अखिलेश किरार पिता कालूराम किरार उम्र 30 साल निवासी विजय नगर कॉलोनी अहमदपुर रोड जिला विदिशा का होना पाया गया। पुलिस को कोई संतोषजनक जानकारी प्राप्त नहीं हुई तथा मृतक के भाई धीरज किरार से भी पूछताछ में गोलमोल जवाब दिए जिससे संकट गहराने पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सख्ती व हिकमातमली से पुनः मृतक के बड़े भाई धीरज से पूछताछ की जिसने अपने छोटे भाई अखिलेश के नाम पर एक करोड़ रुपए की बीमा पॉलिसी के रुपए प्राप्त करने के लिए अपनी भांजी शैलजा से उम्र लगभग 20 वर्ष के साथ मिलकर छोटे भाई अखिलेश को जान से मारने की योजना बनाई।

वहीं भाई के मरने के बाद बीमा पॉलिसी के 1 करोड़ रुपए मिलने पर इन्हीं रुपयों से भांजी शैलजा को एक्टिंग करने के लिए मुंबई भेजने का प्लान था। भाई एवं भांजी द्वारा दिनांक 8/ 01/ 2021 को सुबह करीब 4:30 बजे ले जाकर रायसेन बंछोड़ के जंगल में आकर अपनी भांजी शैलजा की मदद से सिर पर लोहे के मुसल तथा चाकू द्वारा चोट पहुंचाकर हत्या करना बाकी छुपाने के लिए लाश को रोड से अंदर जंगल में फेंक कर भाई अखिलेश के कपड़े व 2 किलो लोहे का मूसल साथ में रख लिया, जो कि रास्ते में पढ़ने वाली नदी में फेंक कर उसके बाद शैलजा ने कपड़े बैग के साथ जला दिए थे। और अलीगंज नर्मदा नदी में नहा कर अपनी ससुराल तोमर ग्राम चले गए थे। भांजी शैलजा से भी पूछताछ में अपने बड़े मामा धीरज के साथ मिलकर पूरी योजना अनुसार अपने छोटे मामा अखिलेश किरार की हत्या 1 करोड़ रूपए की पॉलिसी प्राप्त करने के लिए रायसेन के जंगल में करना स्वीकार किया है।

अंधी कतली की घटना का खुलासा करने में पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा एवं एसडीओपी आदित्य भावसार के निर्देशन में थाना कोतवाली रायसेन के थाना प्रभारी जगदीश सिंह सिद्धू व स्टाफ टीम सुरेश कुजुर, उप निरीक्षक वीरेंद्र अक्षत पद्मावर, उप निरीक्षक तेजपाल सिंह बघेल प्रभारी,आरक्षक मुकेश ठाकुर, दुर्गेश, संजीव धाकड़, हरिशंकर, नीरज बघेल, दीपक वाहन, चालक विवेक शर्मा, की महत्वपूर्ण भूमिका रही पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम में शामिल सभी सदस्यों को नगद पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई।

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