रायसेन : यूरिया डीएपी के लिए दिन भर परेशान हो रहे किसान, कोविड-19 की गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन
रायसेन से अमित दुबे की रिपोर्ट – जिले के बरेली तहसील के कृषि उपज मंडी प्रांगण में डीएपी यूरिया वितरण गोदाम प्रभारी की तानाशाही के चलते ग्रामीण क्षेत्रों से डीएपी यूरिया जो किसानों को दिया जाता है। लेकिन दिन दिन भर किसानों को इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं विपणन संघ के कर्मचारी और अधिकारी अपने चहेते किसानों को अंदर बुला कर उनकी जरूरत के अनुसार डीएपी यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है। जबकि 2-2 बोरी यूरिया डीएपी लेने के लिए आम किसान दिन दिन भर परेशान हो रहे हैं और बिना डीएपी यूरिया लिए ही घर जाने को मजबूर हैं। गोदाम प्रभारी की तानाशाही और हठधर्मिता के चलते क्षेत्र के किसान पहले भी इसी तरह डीएपी यूरिया के लिए परेशान होते रहे हैं और वर्तमान में भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। बतादें कि पिछले कुछ महिने पहले खरीप की फ़सल के लिए यूरिया किसानों लिए गोदाम में लाया गया था। फिर किसान रवि की फसल के लिए यूरिया,डीएपी के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
विपणन संघ के कर्मचारी नहीं दे रहे ध्यान
कमिश्नर और कलेक्टर द्वारा जिले भर में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है। और जो नहीं करता है उस पर चालानी कार्यवाही के भी दिशा निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं। लेकिन विपणन संघ के कर्मचारी और अधिकारी इस ओर अपने कार्यालय में बिल्कुल ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। इसका नजारा हमने रायसेन जिले के बरेली के विपणन संघ कार्यालय में देखा कि कुछ किसान ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे और ना ही अपने चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। जबकि कई बार कहा जा चुका है कि ना तो बिना मार्क्स के व्यापारी समान उपलब्ध कराएंगे और ना ही देंगे। फिर कैसे यह लोग किसानों को बिना मार्क्स औऱ डिस्टेंसिंग के खाद एवं यूरिया देने का कार्य कर रहे हैं।