"अलिफ" से "ये" तक मैंने जहां सीखा उन्हीं इंदौरियों ने हमें बदनाम कर दिया :- राहत इंदौरी

इंदौर / गरिमा श्रीवास्तव:- कल इंदौर में कुछ लोगों द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों पर जमकर पथराव किया गया. स्वास्थ्य कर्मी जो इस वक्त को रोना जस्सी महामारी से लड़ने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं वहीं कुछ लोग उन पर पत्थरबाजी कर रहे हैं. इस घटना की संपूर्ण देशवासियों ने कड़ी निंदा की है. 

 मशहूर शायर राहत इंदौरी ने कहा कि मैं पूरी रात उस घर का पता पूछते रहा कि वह घर किसका है जहां पर डॉक्टरों के ऊपर थूका गया ताकि उनके पैर पर माथा रगड़ कर कहूं कि बिरादरी और मुल्क पर रहम खाएं। 

 राहत इंदौरी ने कहा कि यह सियासी झगड़ा नहीं बल्कि आसमानी कहर है जिसका अगर हम मिलकर मुकाबला नहीं करेंगे तो जिंदगी से हाथ धो बैठेंगे.

 राहत इंदौरी इस घटना को लेकर बहुत दुखद है उन्होंने कहा कि मुझे ज्यादा अफसोस इसलिए हो रहा है क्योंकि रानीपुरा मेरा अजीज मोहल्ला है जहां पर मैंने अलिफ से ये सीखा है। 

 राहत इंदौरी ने बताया कि उस्ताद के साथ उनकी बैठक वहीं पर हुई थी, उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ बुजुर्गों से ही नहीं मैं बच्चों से भी हाथ जोड़कर भीख मांगता हूं कि इस महामारी के वक्त सबका सहयोग करें.

 

 

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