मध्यप्रदेश/ बालाघाट(Balaghat)-: लांजी(Lanji) थाना पुलिस ने आदिवासी नाबालिग के साथ गैंगरेप के दोनों आरोपी परसोड़ी(Prsodi) निवासी लिमेश(Limesh) 23 वर्षीय पिता रामकिसन पांचे और भानूटोला(Bhanootola) निवासी संतोष(Santosh) 25 वर्षीय पिता रमन घोरमारे को लांजी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी घटना के बाद हैदराबाद भागने की फिराक में थे।
आदिवासी नाबालिग युवती का अपहरण कर दो युवकों ने 1 दिन पहले बकरामुंडी(Bkramudi) के डिपो में उसके साथ दुष्कर्म किया था। पीड़िता की शिकायत पर लांजी पुलिस ने कारंजा अंतर्गत बापड़ी निवासी लिमेश पांचे ओर भानूटोला निवासी संतोष घोरमारे के खिलाफ धारा 366ए, 376(2)एन, 376(डी), 506आईपीसी, 3(1)(डब्ल्यु)(1), 3(2)(वी), एसटी/एसटी एक्ट 5(ए)/6 पॉस्को एक्ट के तहत मामला कायम कर विवेचना में लिया है।
16 वर्षीय नाबालिग पीड़िता के साथ गैंगरेप की वारदात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी(Abhishek Tiwari) मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसडीओपी नितेश भार्गव(Nitesh Bhargava)के नेतृत्व में एक टीम बनाया, जिसके बाद से टीम रेप के आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। जिसमें पुलिस ने एक सूचना के बाद फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया है। गैंगरेप के सनसनीखेज मामले में फरार आरोपियों को वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में गिरफ्तार करने में एसडीओपी नितेश भार्गव, एसआई रजनीकांत और आरक्षक विजय नरताम की भूमिका सराहनीय रही।