पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार गिरिराज किशोर का हुआ निधन

कानपुर / गरिमा श्रीवास्तव :- प्रख्यात साहित्यकार, पहला गिरमिटिया और ढाई घर जैसे कालजयी उपन्यासों के लेखक गिरिराज किशोर(Giriraj Kishore) का आज सुबह उनके निवास स्थान पर निधन हो गया। आपको बता दें गिरिराज किशोर को पद्मश्री सम्मान से भी नवाज़ा जा चुका है। गिरिराज किशोर का हृदय गति रुकने से निधन हो गया।
साहित्यकार व आइआइटी कानपुर में कुलसचिव रहे पद्मश्री गिरिराज किशोर का जन्म आठ जुलाई 1937 को उनका जन्म प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुआ था।

तीन महीने पहले गिरने के कारण गिरिराज किशोर के कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया था। जिसके बाद से वह लगातार बीमार चल रहे थे। वह हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासकार होने के साथ एक कथाकार, नाटककार और आलोचक भी थे। अपनी लेखनी के लिए गिरिराज किशोर सिर्फ भारत में ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में मशहूर थे। उनका पहला गिरमिटिया नामक उपन्यास महात्मा गाँधी के अफ्रीका प्रवास पर आधारित था। इस उपन्यास ने उन्हें साहित्य के क्षेत्र में विशेष पहचान दिलाई। जिसके बाद गिरिराज किशोर ने कई उपन्यास लिखे, बहुत ही काम वक़्त में गिरिराज भारत के मशहूर लेखकों में शुमार हो गए।
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने गिरिराज किशोर के मृत्यु पर ट्वीटर के माध्यम से शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि दी।

प्रख्यात साहित्यकार, पहला गिरमिटिया और ढाई घर जैसे कालजयी उपन्यासों के लेखक गिरिराज किशोर जी के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। आपकी कमी साहित्य जगत को सदा खलेगी। विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/tPWeEJRWfk

— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 9, 2020

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