सेंट्रल जेल में नशे की तस्तकरी, प्रहरी खुद पहुंचा रहे कैदियों तक अफीम-गुटखा
जबलपुर/प्रियंक केशरवानीः- मध्यप्रदेश के जबलपुर में सेंट्रल जेल नेताजी सुभाषचंद्र बोस में दो प्रहरी अफीम-गुटखा, तम्बाकू पहुंचाते हुए रंगे हांथों पकड़े गए। सिविल लाइंस थाने को सूचना देने की बजाए जेल अधीक्षक ने दोनों जेल प्रहरियों से स्पष्टीकरण मांगा है। इसके पहले भी एक जेल प्रहरी गांजा सप्लाई करते हुए पकड़ा जा चुका है। उसके खिलाफ भी जेल अधीक्षक ने इसी तरह की दरियादिली दिखाई थी।
जेल सूत्रों के मुताबिक सोमवार को सेंट्रल जेल मे मुख्य गेट पर हवलदार संजय तिवारी की ड्यूटी थी। नियम है कि जेल प्रहरियों की ड्यूटी पर आते-जाते सघन तलाशी ली जाए, संजय तिवारी ने ड्यूटी में पहुंचे जेल प्रहरी देवेंद्र अग्रवाल और वेल्डिंग इंचार्ज प्रहरी गनेश विश्वकर्मा की तलाशी ली तो हड़कंप मच गया। देवेंद्र अग्रवाल के पास से 20 तम्बाकू गुटखा और पान मसाला के पाउच मिले। वहीं गनेश विश्वकर्मा के पास से अफीम की गोलियां, बीड़ी, सिगरेट के पैकेट जब्त हुए।
बता दें कि जेल के अंदर धड़ल्ले से बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, पान मसाले, गांजा आदि सब कुछ जेल प्रहरी की मदद से उपलब्ध कराते है। और यह सब कुछ अधिकारियों के मौन समर्थन से होता है, जेल में एक गुटखा 50 रूपए , पान मसाला 50 रूपए, अफीम और सिगरेट 500 रूपए में बिकते हैं। इससे पहले भी एक जेल प्रहरी गांजा के साथ पकड़ा गया था। तब उसके पास से 75 ग्राम गांजा जब्त किया गया था लेकिन जेल प्रशासन ने केवल 45 ग्राम ही दिखाया। नियमों की आड़ में जेल प्रशासन प्रहरियों की करतूत पर पर्दा डालने का काम कर रहा है और इस बार भी सिर्फ विभागीय कार्यवाही की गई, इस बार भी जेल प्रशासन मामले पर पर्दा डालने पर लगा हुआ है। जेलर मदन कमलेश के मुताबिक दोनो प्रहरियों के पास से गुटखा, पान मसाला, बीड़ी और सिगरेट ही मिले है, अफीम या ऐसा कोई नशीना पदार्थ नहीं मिला है।